होम आइसोलेट पूर्व मंत्री व स्वजनों को न मिल रही दवा न चिकित्सा

संवाद सहयोगी कुंडहित (जामताड़ा) जामताड़ा जिले में होम आइसोलेट मरीजों का बुरा हाल है

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 08:41 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 08:41 PM (IST)
होम आइसोलेट पूर्व मंत्री व स्वजनों को न मिल रही दवा न चिकित्सा
होम आइसोलेट पूर्व मंत्री व स्वजनों को न मिल रही दवा न चिकित्सा

संवाद सहयोगी, कुंडहित (जामताड़ा) : जामताड़ा जिले में होम आइसोलेट मरीजों का बुरा हाल है। महकमा जांच के बाद उन्हें संक्रमित घोषित कर सिर्फ होम आइसोलेट करने तक का ही दायित्व निभा रहा है। उसके बाद मरीज घर में किस हालत में है, उसकी क्या जरूरत है, को देखने वाला कोई नहीं है। घर पर उन्हें न चिकित्सा न पर्याप्त दवा तमक मिल रही है। ऐसे मरीजों को बाजार से खुद दवा की व्यवस्था करनी पड़ रही है। इसी हाल से इन दिनों गुजर रहे हैं राज्य के पूर्व कृषि मंत्री सत्यानंद झा बाटुल व उनके संक्रमित स्वजन।

गुरुवार को पूर्व कृषिमंत्री सत्यानंद झा बाटुल की पत्नी विथिका झा कुंडहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोविड-19 की दवा लेने पहुंची। वहां उन्हें समुचित मात्रा मं दवा नहीं मिली। वहां मौजूद कर्मियों ने अपनी विवशता बताई की दवा यहां है नहीं तो कहां से दें। उन्होंने कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर की मांग की तो वह भी नहीं थी। इस पर विथिका झा ने स्थानीय पत्रकार को बुलाकर वस्तुस्थिति की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच के उपरांत उनके चार स्वजन कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें उनकी बेटी श्रीया झा, दीदी कृष्णा सिंह, भतीजा सोमनाथ राय फिर 29 अप्रैल को पूर्व कृषिमंत्री सत्यानंद झा भी संक्रमित पाए गए। संक्रमित होने के बाद र स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी को आइसलेट कर दिया गया। इसक बाद दो मई तो संक्रमित मरीजों को देखभाल करने न तो विभाग से किसी कर्मी को भेजा गया और न ही विभाग से कोविड की दवा उपलब्ध कराई गई। कहा कि ऐसे में स्वत: अंदाजा लगा सकते हैं कि होम आइसोलेट सैकड़ों गरीबों का हाल घर में क्या हो रहा होगा।

विथिका झा ने बताया कि उनकी बेटी की अचानक तबीयत खराब होने पर दुर्गापुर मिशन ले जाकर चिकित्सा कराई गई। अबवह कोरोना को मात दे चुकी है। लेकिन दु:ख की बात है स्वास्थ्य केंद्र में समुचित दवा होने के बावजूद भी मरीजों को दवा नही मिल रही है। बताया कि उनके बेटी श्रीया झा दो मई को रांची में स्वास्थ्य अधिकारी से बात कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी थी। जबकि तीन मई को उपायुक्त व सिविल सर्जन को इस विषय पर जानकारी दी गई। सिविल सर्जन ने तीन मई को केंद्र में समुचित कोविड की दवा उपलब्ध कराने की बात कही। लेकिन यहां से दवा नहीं मिली। आरोप लगाया कि केंद्र में कोविड की दवा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। दवा बिचौलिया बाहर खपा दे रहे हैं। उन्होंने उपायुक्त से उच्च स्तरीय जांच की मांग की। जबकि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनिता मुर्मू से इस बाबत दैनिक जागरण ने बात करने की कोशिश की तो वे कुछ बोलने से इंकार कर गई।

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