नामांकन में सरकार की गाइड लाइन का करें अनुपालन

जामताड़ा नामांकन में गरीब अनाथ व आदिम जनजाति परिवार के बच्चियों को प्राथमिकता दें। साथ ह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 06:40 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 06:40 PM (IST)
नामांकन में सरकार की गाइड लाइन का करें अनुपालन
नामांकन में सरकार की गाइड लाइन का करें अनुपालन

जामताड़ा : नामांकन में गरीब, अनाथ व आदिम जनजाति परिवार के बच्चियों को प्राथमिकता दें। साथ ही नामांकन प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरतें ताकि किसी को शिकायत करने का अवसर नहीं मिले। मंगलवार को डीसी कार्यालय के सभागार में आयोजित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय में कक्षा छह में नामांकन के लिए जिला चयन समिति की बैठक में उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज ने यह निर्देश दिया।

जिला अंतर्गत जामताड़ा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में 75 सीट, नाला कस्तूरबा बालिका विद्यालय में 75 सीट, नारायणपुर कस्तूरबा बालिका विद्यालय में 75 सीट, कुंडहित कस्तूरबा बालिका विद्यालय में 75सीट, फतेहपुर झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय में 50 सीट तथा करमाटांड़ झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय में 50सीट पर नामांकन होना है। मौके पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय में कक्षा छह में नामांकन के लिए प्रखंड से प्राप्त अनुमोदित सूची पर चर्चा हुई तथा उपायुक्त ने पूरी पारदर्शिता के साथ नामांकन प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश दिया।

समीक्षोपरांत सदस्यों ने सर्वसम्मति से छीजित, मातृविहीन, पितृविहीन, अनाथ, दिव्यांग नक्सल प्रभावित, बीपीएल, पीटीजी व बाल कल्याण समिति से अनुशंसित छात्राओं के नामांकन का अनुमोदन करने का निर्णय लिया। उपायुक्त ने कस्तूरबा विद्यालय संचालित करने के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षक ही उक्त उद्देश्य को पूर्ण कर सकते हैं। उपायुक्त ने सभी संबंधित वार्डन सहित पदाधिकारी को गांव में जाकर लोगों को बताने का निर्देश दिया कि सरकार कस्तूरबा बालिका विद्यालय में कितनी सुविधा दे रही है फिर क्यों नहीं अधिक से अधिक बच्चों को विद्यालय में नामांकन नहीं करा रहे हैं। गरीब तबके के लोगों को कस्तूरबा बालिका विद्यालय में छात्राओं के नामांकन को ले अभिभावकों को जागरूक करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने सरकार से जारी गाइडलाइन के अनुसार ही बच्चों का नामांकन करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उपायुक्त ने कहा कि कस्तूरबा बालिका विद्यालय में सरकार सभी तरह की सुविधाएं दे रही है। यही वजह है कि यहां से डाक्टर, इंजीनियर, आइएएस, आइपीएस बनकर निकल रहे हैं। इसके लिए शिक्षिकाओं को अधिक से अधिक मेहनत करने की जरूरत है। मौके पर नाला के विधायक प्रतिनिधि परेश यादव, जिला शिक्षा पदाधिकारी अभय शंकर, एपीओ उज्ज्वल कुमार मिश्र, सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, सभी कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय के वार्डन आदि उपस्थित थे।

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