धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसान चिंतित

जामताड़ा समय पर सरकारी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। उन्ह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:04 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:04 PM (IST)
धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसान चिंतित
धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसान चिंतित

जामताड़ा : समय पर सरकारी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। उन्हें फिर से यह चिता सताने लगी है कि उनके मेहनत की पूरी कमाई उनसे छिन जाएगी। उन्हें फिर से बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर होना पड़ेगा। क्षेत्र में धनकटनी जोरों पर है, किसी-किसी इलाके में धान की कटाई अपने अंतिम चरण पर पहुंच गई है। इधर, समय पर पैक्स के नहीं खुलने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। सरकारी स्तर पर धान की खरीदारी नहीं होने से किसानों को औने-पौने दाम में धान बेचना मजबूरी बन गया है। इससे बिचौलियों की चांदी कट रही है।

किसान बताते हैं कि क्रय केंद्र नहीं खुलने से मजबूरीवश उन्हें व्यापारियों के हाथों धान बेचना पड़ता है। समय से धान अधिप्राप्ति की व्यवस्था नहीं होने से औने-पौने दाम में धान बेचना पड़ जाता है। पिछले वर्ष प्रत्येक प्रखंड में एक-एक धान क्रय केंद्र खोला गया था। जिस कारण किसानों को धान बेचने में परेशानी का सामना करना पड़ा था। किसान की समस्या को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया और प्रत्येक प्रखंड में दो-दो धान क्रय केंद्र खोलने का प्रस्ताव राज्य मुख्यालय को भेज गया। अब जिला प्रशासन ने 15 दिसंबर से सभी चिह्नित धान क्रय केंद्रों में धान खरीदारी शुरू करने का प्रयास शुरू किया है, लेकिन पूंजी के अभाव में किसानों को रबी की खेती के लिए धान औने-पौन दामों पर बेचना पड़ रहा है।

-- वर्जन :

जिले में प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना के तहत जिले में 80000 किसान पंजीकृत हैं, लेकिन धान बिक्री को लेकर जिले में मात्र 48 सौ किसान पंजीकृत हैं। इससे साफ साबित होता है कि अधिकांश किसान सरकारी केंद्रों में धान बेचने के इच्छुक नहीं हैं। अधिक से अधिक किसानों का धान सरकारी केंद्रों में बिक्री हो इस निमित्त किसानों को पंजीकृत कराने को प्रेरित किया जा रहा है। आगामी 15 दिसंबर से जिले के धान क्रय केंद्रों में धान की खरीद शुरू हो जाएगी।

विकास तिर्की, जिला आपूर्ति पदाधिकारी।

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