शिविर में शत-प्रतिशत अनुदान पर किसानों को मिलेगा पशुधन

जामताड़ा अनुसूचित जनजातियों के लिए आय वृद्धि व आजीविका विकास को अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 06:27 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 06:27 PM (IST)
शिविर में शत-प्रतिशत अनुदान पर किसानों को मिलेगा पशुधन
शिविर में शत-प्रतिशत अनुदान पर किसानों को मिलेगा पशुधन

जामताड़ा : अनुसूचित जनजातियों के लिए आय वृद्धि व आजीविका विकास को अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति अल्पसंख्यक व पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना से विभिन्न प्रखंड के 500 लाभुकों को शत-प्रतिशत अनुदान स्वरूप बकरा, बकरी, सुकर, मुर्गा-बतख चूजा उपलब्ध कराएगा। इस निमित्त जिला प्रशासन ने पंचायत स्तर पर शिविर आयोजन कर लाभुकों के बीच शत-प्रतिशत अनुदान के परिसंपत्तियों का वितरण करने की तैयारी पूरी कर ली है। जिला प्रशासन ने चार दिसंबर से 23 दिसंबर तक जिले के विभिन्न पंचायतों में वितरण शिविर आयोजन करने की तैयारी शुरू कर दी है।

पंचायत स्तरीय शिविर में बायलर कुक्कट 60 लाभुकों को, बैंक यार्ड लेयर कुक्कुट 30 लाभुकों को, सूकर 60 लाभुकों को, बकरा-बकरी 140 लाभुकों को और बतख चूजा 230 लाभुकों को दिए जाने का लक्ष्य है। कल्याण व पशुपालन विभाग में अब तक ब्रायलर कुक्कट के 28, बैक यार्ड लेयर के 21, सुकर विकास योजना का 38, बकरा-बकरी विकास योजना के 87 व बतख चूजा के 119 आवेदन स्वीकृत किए जा चुके हैं। स्वीकृति प्राप्त लाभुकों को उसके पंचायत में वितरण शिविर का आयोजन कर परिसंपत्ति वितरण किया जाएगा।

चार दिसंबर को नारायणपुर के बोरवा में 12 लाभुक, पांच दिसंबर को करमाटांड़ के सीताकाटा में 23 लाभुक, छह दिसंबर जामताड़ा के लाधना में 25 लाभुक, इसी प्रकार 11 दिसंबर को जामताड़ा के पियालसोला में 44, जबकि फतेहपुर के बानरनाचा में 21 लाभुक, 15 दिसंबर को नाला के पंजुनिया में 65 लाभुक, 17 दिसंबर को नाला के मोरबासा में 46 लाभुक, 18 दिसंबर को फतेहपुर के जामजोरी 83, 20 दिसंबर को करमाटांड़ के बरादहा में 22 लाभुक, 21 दिसंबर को नारायणपुर के बांकुडीह में चार लाभुक इसी प्रकार 23 दिसंबर को कुंडहित के नगरी में 89 लाभुक के बीच पशुधन शत प्रतिशत अनुदान स्वरूप वितरित किया जाएगा।

आइटीडीए परियोजना निदेशक अभिषेक श्रीवास्तव ने निर्धारित स्थल पर वितरण शिविर के सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र के माध्यम से निर्देश दिया है कि स्वीकृति प्राप्त सभी लाभुकों को ससमय सूचित करते हुए वितरण शिविर में लाभुकों की उपस्थिति सुनिश्चित करावें। जिला पशुपालन पदाधिकारी व कल्याण पदाधिकारी को शिविर के सफल क्रियान्वयन में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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