होम आइसोलेशन वाले मरीज भगवान भरोसे

संवाद सहयोगी जामताड़ा होम आइसोलेशन में सेहत ठीक होने का इंतजार कर रहे संक्रमित मर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 08:27 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 08:27 PM (IST)
होम आइसोलेशन वाले मरीज भगवान भरोसे
होम आइसोलेशन वाले मरीज भगवान भरोसे

संवाद सहयोगी, जामताड़ा : होम आइसोलेशन में सेहत ठीक होने का इंतजार कर रहे संक्रमित मरीज भगवान भरोसे हैं। उन्हें न दवा और किट भी नहीं मिल रही है। बाजार में दवा महंगी हो चुकी है। दवा की व्यवस्था के लिए मरीज घर से भी नहीं निकल पा रहे हैं। ताकि कोरोना संक्रमण का दायरा नहीं बढ़े। होम आइसोलेशन में उन्हें खुद के ऑक्सीजन का स्तर मापने को आक्सीमीटर चाहिए पर आक्सीमीटर बाजार में मिल नहीं रहा। घर में उनकी नियमित जांच भी नहीं हो पा रही है। ऐसे में अपनी सेहत के प्रति उनमें चिता बढ़ रही है।

वर्तमान समय में जिले में ढाई सौ से अधिक सक्रिय संक्रमित मरीज है। इनमें बगैर लक्षण वाले 74 संक्रमित मरीज अपने घरों में होम आइसोलेशन में रहकर दवा सेवन कर रहे हैं। जबकि शेष लक्षण वाले मरीजों का इलाज जिलास्तरीय कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल उदलबनी में चल रहा है। गबड़ा गांव में अलग-अलग घरों में तीन संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं। चिकित्सक के लिखे दवा बाजार स्थित दुकान से खरीद कर वे सेवन कर रहा है। इसी प्रकार जिला मुख्यालय शहर के गायछांद में दो, दुमका रोड में एक, करमाटांड़ रोड में दो समेत अन्य मोहल्ला में संक्रमित होम आइसोलेशन में दिन गुजार रहे हैं। ऐसे मरीजों की देखभाल करने चिकित्सक उनके घर नहीं पहुंच रहे हैं।

वर्तमान समय में अधिकांश मरीजों की गंभीर हालत तब होती है जब उसके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। कई दिन तक बुखार आने पर मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा घटने लगती है। अत्यधिक घट जाने पर मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। ऐसे में मरीज की नियमित ऑक्सीजन जांच के लिए प्लस आक्सीमीटर यंत्र का होना आवश्यक है। आर्थिक रूप से सक्षम मरीज पल्स आक्सीमीटर की व्यवस्था कर चुके हैं लेकिन गरीब मरीज बगैर ऑक्सीजन जांच के भगवान भरोसे जी रहे है। आक्सीमीटर की कीमत बारह सौ बताई जा रही है। इधर दवा दुकानदारों से पता चला कि आक्सीमीटर की आपूर्ति नहीं हो रही। इस यंत्र का दाम बढ़ा नहीं है पर मिल नहीं रही। मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं हो रही है। -- वर्जन :

होम आइसोलेशन वाले मरीज के स्वस्थ की दैनिक जानकारी संबंधित प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को प्राप्त करना है। इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिया जाएगा। विभाग से निर्देश प्राप्त होने के उपरांत मरीजों को मेडिकल किट दी जाएगी। आक्सीमीटर की कमी की जानकारी नहीं हैं।

----डॉ. दुर्गेश झा, विशेषक चिकित्सक।

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