जविप्र दुकानदार से लाभुकों को कम मिल रहा अनाज

फतेहपुर  (जामताड़ा) कोरोना वैश्विक महामारी के  मद्दे नजर सरकार से लेकर प्रशासन तक गरीबी की सहायता को ले अनाज का वितरण करवा रहा है। ताकि कोई भी भूखा न रहे। लेकिन फतेहपुर प्रखंड के जन वितरण प्रणाली दुकानदार इस महामारी में भी मुनाफाखोरी व कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। लाभुकों के बीच कम  अनाज का  वितरण किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Apr 2020 06:25 PM (IST) Updated:Wed, 15 Apr 2020 06:25 PM (IST)
जविप्र दुकानदार से लाभुकों को कम मिल रहा अनाज
जविप्र दुकानदार से लाभुकों को कम मिल रहा अनाज

फतेहपुर  (जामताड़ा) : कोरोना वैश्विक महामारी के  मद्दे नजर सरकार से लेकर प्रशासन तक गरीबी की सहायता को ले अनाज का वितरण करवा रहा है। ताकि कोई भी भूखा न रहे। लेकिन फतेहपुर प्रखंड के जन वितरण प्रणाली दुकानदार इस महामारी में भी मुनाफाखोरी व कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। लाभुकों के बीच कम  अनाज का  वितरण किया जा रहा है। ऐसे में जविप्र दुकानदार के प्रति लाभुकों में आक्रोश है। मलाडंगाल  पंचायत की शेरावाली स्वयं सहायता समूह चौकुंदा के माध्यम से बुधवार को लाभुकों के बीच कम अनाज का वितरण किया जा रहा था। जबकि समूह की अध्यक्ष ने अधिकारियों के समक्ष कहा कि विभाग सही कम चावल मिलता है तो इसे कहां से मैनेज करें।

लाभुक मणिलाल मिर्धा, विनोद मिर्धा, प्रसादी मिर्धा, दिलीप मिर्धा, कामदेव मंडल, कालू पहाड़िया, कैलाश मंडल, बीरबल मंडल, नारायण मंडल, गुलाब मिर्धा आदि ने बताया कि शेरावाली स्वयं सहायता समूह के माध्यम से प्रति लाभुक 500 ग्राम कम अनाज दिया जा रहा है। बताया कि अगर किसी कार्डधारी  के 12 सदस्य हैं तो  प्रावधान के अनुसार प्रति लाभुक पांच किलो के हिसाब से 60 किलो चावल दिया जाना है लेकिन दुकानदार सिर्फ 54 किलो ग्राम चावल दे रहा है। छह किलो अनाज कम देकर कालाबाजारी करने का काम कर रहे हैं। लोगों का आरोप था कि  यहां से हमेशा  कम अनाज का वितरण किया जाता है।

बताते चलें कि  सरकार ने  अनियमितता बरतनेवाले जन वितरण प्रणाली दुकानदार पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है। लाभुकों ने  इसकी शिकायत बीडीओ मुकेश कुमार बाउरी से की। इसके बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह की देखरेख में अनाज का वितरण कराया गया। लोगों ने जविप्र दुकानदार पर कार्रवाई करने की मांग की है। शेरावाली स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष हेमा देवी ने विभाग को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। हेमा देवी ने बताया कि विभाग ही चावल कम देता है। ऐसे में सब को पूरा चावल कहां से वितरण करेंगे। 50 किलो में दो किलो बोरा ही रहता है। विभाग कम अनाज देगा तो लाभुकों से ही मैनेज करना पड़ता है।

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