बिचड़ा तैयार होते ही धनरोपनी की रफ्तार बढ़ी
जामताड़ा जून माह में हुई मूसलाधार बारिश के बाद खेतों में बुआई किए गए धान बीज नष्ट हो
जामताड़ा : जून माह में हुई मूसलाधार बारिश के बाद खेतों में बुआई किए गए धान बीज नष्ट हो गए थे। बारिश कम होने के उपरांत किसानों ने पुन: खेत में दूसरी बार धान बीज बुआई किया था जो अब तैयार हो चुका है। धान बिचड़ा तैयार होने का परिणाम है कि पिछले तीन दिनों में 10 फीसदी खेतों में धान रोपनी कार्य पूरा हो गया। जैसे-जैसे धान का बिचड़ा तैयार होते जा रहा है धान रोपनी को और अधिक गति मिलती जाएगी। जिले में तीन दिन पूर्व 29.17 फीसदी धान रोपनी हुई थी, लेकिन तीन दिन बाद शनिवार को बढ़कर 39.30 फीसदी पर पहुंच गई। बढ़ रहे धानरोपनी की रफ्तार किसानों के साथ कृषि पशुपालन व मत्स्य विभाग पदाधिकारी को भी प्रोत्साहित कर रहा है।
--- अब तक जिले में हुई धनरोपनी
-- प्रखंड - निर्धारित लक्ष्य (हेक्टेयर में) - आच्छादित खेत(हेक्टेयर में)
- जामताड़ा - 10100 - 3565
- नारायणपुर - 10100 - 3662
- नाला - 10100 - 3541
- कुंडहित - 10100 - 3504
- कर्माटांड़ - 5800 - 3116
-- फतेहपुर - 5800 - 3049
-- वर्जन : बारिश से नष्ट हुआ धान का बिचड़ा किसान को फिर से तैयार करना पड़ा। अधिकांश किसान का बिचड़ा तैयार हो चुका है जिससे धान रोपने को गति मिल रही है। पिछले तीन दिनों में जिले में 10 फीसदी खेतों में धानरोपनी हुई। निर्धारित समय पर लक्ष्य के अनुरूप धन रोपने कार्य पूर्ण होगा इसको लेकर प्रखंड स्तरीय कृषि पदाधिकारी किसानों को आवश्यक सुझाव दे रहे हैं।
-- सबन गुड़िया, जिला कृषि पदाधिकारी, जामताड़ा