कृषि विभाग दे रहा किसानों को धान बीज बुवाई की तकनीकी सीख

जामताड़ा बारिश को लेकर पूरा जिला अस्त-व्यस्त हो गया है। खेतों से लेकर सड़कों तक जलजमा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 07:56 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:56 PM (IST)
कृषि विभाग दे रहा किसानों को धान बीज बुवाई की तकनीकी सीख
कृषि विभाग दे रहा किसानों को धान बीज बुवाई की तकनीकी सीख

जामताड़ा : बारिश को लेकर पूरा जिला अस्त-व्यस्त हो गया है। खेतों से लेकर सड़कों तक जलजमाव की स्थिति है। किसान की किसानी प्रभावित हो रही है पर बारिश है की थमने का नाम नहीं ले रही। तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से हर वर्ग में परेशानी बढ़ी है। एक जून से अब तक जिले में 195 मिलीमीटर बारिश हुई है। इतना ही नहीं है पिछले तीन दिनों सोमवार मंगलवार व बुधवार को जिले में 81 मिमी. बारिश हुई। ऐसे में किसानों की किसानी का रास्ता साफ करने को कृषि विभाग ने तकनीकी सीख देने की पहल शुरू की है।

---26 जून तक बीज बुवाई का सही समय : यह कहना अनुचित नहीं होगा कि एक जून से अब तक प्रतिदिन जिले में झमाझम बारिश हो रही है। अत्यधिक बारिश होने के कारण खेतों में धान, मकई, अरहर, बाजरा आदि फसलों की बुवाई नहीं हो पा रही है। खासकर निचले व मध्यम श्रेणी के खेतों में धान बीज की बुवाई आवश्यक है, लेकिन उक्त खेतों में अत्यधिक बारिश के कारण वर्तमान समय में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न है। जलजमाव रहने के कारण खेतों की जुताई व बीज की बुवाई संभव नहीं है। ऐसी विषम परिस्थिति को देखते हुए कृषि विभाग ने किसानों की समस्या के निदान को लेकर पहल शुरू कर दी है। जिला कृषि पदाधिकारी संबंध गुड़िया के निर्देश पर प्रखंड कृषि तकनीकी पदाधिकारी पंचायतों में भ्रमण कर किसानों को खेतों में जलजमाव की स्थिति को देखते हुए सिचाई के साधन युक्त ऊपरी भूमि में बीज स्थली तैयार करने की तकनीक की जानकारी दे रहे हैं। किसानों को अभी बताया जा रहा है कि वर्तमान समय में धान बीज बुवाई के लिए उपयुक्त है। किसान 26 जून तक सामान्य धान बीज की बुवाई कर सकेंगे जबकि हाइब्रिड धान बीज की बुवाई अगस्त माह के पहले सप्ताह में भी सर्वोत्तम होगा। ऊपरी भूमि में प्रखंड कृषि तकनीकी पदाधिकारी किसान के खेतों में पहुंचकर किसानों को छोटी-छोटी क्यारी तैयार कर धान बीज बुवाई करने की सलाह दे रहे हैं।

--- वर्जन : अत्यधिक बारिश के कारण किसानों को बीज बुवाई में परेशानी हो रही है। इन परेशानी से मुक्त करने को लेकर प्रखंड तकनीकी पदाधिकारी ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण कर किसानों को कृषि तकनीक अवगत करा रहे हैं। कई क्षेत्रों में स्वयं भ्रमण कर किसानों को बारिश के बावजूद बेहतर बीज उत्पादन की तकनीक की जानकारी दी जा रही है। पिछले तीन दिनों में जिले में 81 मिलीमीटर बारिश हुई है।

---सबन गुड़िया जिले जिला कृषि पदाधिकारी।

-- सुबह से देर रात तक घर में दुबके रहे लोग : बुधवार को सुबह से देर शाम तक नियमित रूप से झमाझम बारिश होती रही। लोग आवाजाही करने से परहेज कर अपने घर में दुबके रहे। ग्राहकों के घर से नहीं निकलने को लेकर बाजार भी प्रभावित रहा। सुबह से शाम तक बारिश होने से शहर की अधिकांश दुकानें स्वत: बंद रहीं। लोग बारिश छूटने के इंतजार करते रहे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी।

-- जलजमाव व बिजली समस्या : लगातार बारिश होने से जिला मुख्यालय शहर समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों जगह पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। ताल-तलैया, चेक डैम, डोभा आदि जल स्त्रोत पानी से लबालब भर चुके हैं। शहर में राजबाड़ी रोड, पाकडीह रोड, जामताड़ा बस स्टैंड परिसर, सुभाष चौक, पुराना कोर्ट परिसर समेत कई अन्य महत्वपूर्ण जगहों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होने से लोगों को आवाजाही में तीसरे दिन भी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि कई जगहों पर जलजमाव की समस्या निदान को लेकर जामताड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष ने सक्रियता दिखाते हुए पहल शुरू की। तेज हवा के साथ बारिश के कारण बुधवार को सुबह से शाम तक बिजली की आंख मिचौनी से हजारों उपभोक्ता परेशान रहे। देर शाम बारिश कम होने पर बिजली सुचारू हुई।

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