Politics: केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करेगा यूथ इंटक, ऑनलाइन बैठक मेंं हुआ निर्णय
कोविड महामारी की वजह से आने वाले दिनों में मजदूरों के लिए और भी बड़ी चुनौती है क्योंकि इस महामारी के दौरान और उसके बाद भी इसका सबसे बड़ा शिकार मजदूर वर्ग ही होगा । इसीलिए उनके भविष्य के लिए बड़ी लड़ाई की तैयारी करनी होगी l
जमशेदपुर, जासं। मजदूर दिवस के अवसर पर यूथ इंटक राष्ट्रीय कमेटी की बैठक ऑनलाइन हुई l जिसमें तय हुआ कि केंद्र सरकार के किसान व श्रम विरोधी कानून के खिलाफ लड़ाई तेज की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता यूथ इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गाबा ने की l
इस मौके पर मुख्यरूप से उपस्थित इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री संजय सिंह ने कहा कि कोविड महामारी की वजह से आने वाले दिनों में मजदूरों के लिए और भी बड़ी चुनौती है क्योंकि इस महामारी के दौरान और उसके बाद भी इसका सबसे बड़ा शिकार मजदूर वर्ग ही होगा । इसीलिए उनके भविष्य के लिए बड़ी लड़ाई की तैयारी करनी होगी l इस मौके पर उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मजदूर वर्ग पर चार लेबर कोड थोपना मजदूरों को गुलामी की ओर धकेलना है l वक्ताओं ने कहा की वर्षों के आंदोलन और लड़ाई से मिली सुविधाओं को मोदी सरकार पूंजीपतियों के साथ मिलकर श्रम कानून में बदलाव कर खत्म करने का काम कर रही है l देश की सबसे बड़ी मजदूर संस्था इंटक है।
ये किया गया आह्रवान
इस मौके पर आह्वान किया गया कि विभिन्न प्रदेशों के युवा नेता पूरे दमखम के साथ काम करें तो इंटक को और भी ज्यादा मजबूत किया सकता है l इस मौके पर यह तय किया गया यूथ इंटक की सभी प्रदेश कमेटी राष्ट्रीय कमेटी जिला कमेटी और औद्योगिक फेडरेशन सारे संगठनों के तरफ से प्रधानमंत्री को एक प्रतिरोध पत्र भेजा जाएगा। पत्र में कोविड के दौरान मजदूरों को हो रही परेशानी, वैक्सीनेशन की सही व्यवस्था नहीं की जाने और सरकार की गलत नीतियां जिससे मजदूर का हित प्रभावित हो रहा है, उसपर ध्यान खींचा जाएगा। बैठक में आरडी चंद्रशेखर, झारखंड से यूथ इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री संजीव श्रीवास्तव, अध्यक्ष कुमार रवि चौबे, रवि नागर सहित देश के विभिन्न प्रदेशों के कई यूथ इंटक के पदाधिकारी शामिल थे