पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज से चढ़ा राजनीति का पारा
पारा शिक्षकों और मीडिया कार्मियों पर लाठीचार्ज का मसला गरमा गया है। इसपर राजनीति शुरू हो गई है।
जमशेदपुर, जेएनएन। झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह के दौरान गुरुवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में पारा शिक्षकों और मीडिया कार्मियों पर लाठीचार्ज का मसला गरमा गया है। इसपर राजनीति शुरू हो गई है। शुक्रवार को घटना के विरोध में युवा कांग्रेस ने पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में सरकार का पुतला जलाया।
झारखंड प्रदेश युवा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव राकेश साहू के नेतृत्व में साकची शहीद चौक पर आयोजित कार्यक्रम में पश्चिम विधानसभा प्रभारी अखिलेश सिंह यादव और जिला कांग्रेस के वरीय उपाध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद समेत काफी कार्यकर्ता मौजूद थे। वक्ताओं ने कहा कि मीडिया कार्मियों पर पुलिस लाठीचार्ज के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास जिम्मेवार हैं। सवाल पूछा कि क्या राज्य सरकार इतनी कमजोर और बेबस है कि बेलगाम पुलिसकर्मी किसी की भी नहीं सुनते।
ये रहे उपस्थित
घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश साहू ने कहा कि मीडियाकर्मियों पर इस तरह के हमले तब हुए जब वे ड्यूटी में रहकर अपना कर्तव्य निभा रहे थे। मौके पर महिला प्रदेश सचिव पुनीता चौधरी, ओबीसी सेल जिला अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, साकची प्रखंड के पूर्व अध्यक्ष अमर मिश्रा, युवा कांग्रेस के जिला सचिव बंटी सिंह राजपूत, जिला सचिव कमलेश साव,पश्चिम विधानसभा उपाध्यक्ष अरुण मुखी,पूर्वी विधानसभा महासचिव मनोज साव, जिला महिला कांग्रेस सचिव मंजू दास, जुगसलाई विधानसभा से सोनू सिंह,महिला नेत्री बिंदिया मुखी, मोनिका मुखी, कांग्रेस सैनिक सीताराम चौधरी आदि मौजूद थे।