एक्सएलआरआइ के ओइको चैप्टर ने गतिविधियों और घटनाओं का अपडेट किया साझा
जागरण संवाददाता जमशेदपुर एक्सएलआरआइ की मैनेजेरियल एसिस्टेंट कंपनी की ग्रुप सिग्मा-ओइकोस जमश्
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : एक्सएलआरआइ की मैनेजेरियल एसिस्टेंट कंपनी की ग्रुप सिग्मा-ओइकोस जमशेदपुर ने इस साल ओइकोस एशिया मीट की सह मेजबानी की। इस अवसर पर मंगलवार को चर्चा सत्र का आयोजन आनलाइन हुआ। इस चर्चा में ओइकोस अंतरराष्ट्रीय के कई प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने एशियाई सदस्यों के साथ बातचीत की। हागकाग, सूजौ, बैंग्लुरु और कोलकाता में ओइको चैप्टर से संबंधित पदाधिकारियों ने इसमें भाग लिया। इस दौरान सभी सदस्यों ने हाल में उनके द्वारा की गई गतिविधियों और घटनाओं पर अपडेट साझा किया। चर्चा में भाग लेते हुए ओइकोस हागकाग के एक्सटर्नल वाइस प्रेसीडेंट अदिति देवधर ने बताया कि कैसे पौधे इको फ्रेंडली विकल्प के रूप में पोषण में समृद्ध है। साहस जीरो वेस्ट के संस्थापक विल्मा रोड्रिग्ज ने अपशिष्ट प्रबंधन की चुनौतियों के बारे में बात की। उन्होंने यह बताया कि इस गंभीर समस्या का समाधान खोजने के लिए सहस्त्राब्दी पीढ़ी कैसे बढि़या काम कर रही है। उन्होंने यह भी प्रकाश डाला कि कैसे लोगों को जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन के लिए शपथ लेने की आवश्यकता है। इसके बाद एक्सएलआरआइ के सामरिक प्रबंधन के एसोसिएट प्रोफेसर डा. टाटा एल रघुराम ने कारपोरेट स्थिरता पर एक संक्षिप्त विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्थिरता ही नवाचार की जननी है। स्थिरता हासिल करने के लिए एक व्यवसाय को आíथक, पर्यावरण और सामाजिक पहलू को एक दूसरे के साथ मिलकर चलना चाहिए। इस बैठक में विचारों का आदान-प्रदान किया गया कि बिजनेस स्कूलों में कारपोरेट स्थिरता के वर्तमान पाठ्यक्रम को कैसे सुधारा जा सकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि वर्तमान चुनौतियों का सामना निरंतरता की दिशा में किया जाए।