World Tourism Day: पर्यटकों को आकर्षित करता है दलमा वन्य अभयारण्य, आइए तो सही

World Tourism Day 3000 फीट की ऊंचाई वालेे दलमा का जंगल 193 वर्ग किलोमीटर में फैला है। जहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। यहां पर पर्यटकों के ठहरने के लिए वन विभाग द्वारा मकुलोकोचा व पिंड्राबेड़ा में गेस्ट हाउस का निर्माण किया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:55 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 11:55 AM (IST)
World Tourism Day: पर्यटकों को आकर्षित करता है दलमा वन्य अभयारण्य, आइए तो सही
झारखंड के सबसे सुंदर शहर में से एक है जमशेदपुर।

मनोज सिंह, जमशेदपुर : झारखंड के सबसे सुंदर शहर में से एक है जमशेदपुर। पर्यटन के हिसाब से भी जमशेदपुर खूबसूरत जगह है। जमशेदपुर से सटे दलमा वन्य प्राणी अभयारण्य का शुभारंभ 1975 में संजय गांधी ने किया। 3000 फीट की ऊंचाई वालेे दलमा का जंगल 193 वर्ग किलोमीटर में फैला है। जहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। दलमा में पर्यटकों की संख्या इतनी अधिक बढ़ गई है कि सालाना 50 हजार से अधिक सैलानी दलमा के सुंदर व प्राकृतिक नजारा को देखने के लिए पहुंच रहे हैं।

जंगली जानवरों को देखने के लिए मचान, वाच टावर व बना है हाइड हाउस

दलमा अभयारण्य में जंगली जानवरों को नजदीक से देखने के लिए अनेक जगहों पर विशेष रूप से मचान व वाच टावर, हाइड आउट आदि बनाए गए हैं जहां से पर्यटक आसानी से जंगली जानवर जैसे हाथी, हिरण, लाल गिलहरी, भालू, मोर, बंदर आदि को देख सकते हैं। इसके अलावा दुर्लभ वन संपदा यहां चारों ओर देखा जा सकता है। रात को दलमा पहाड़ी की चोटी से टाटानगर का नजारा बिल्कुल आकाश में टिमटिमाते तारें के समान प्रतीत होता है।

पर्यटकों को ठहरने के लिए बना है गेस्ट हाउस

यहां पर पर्यटकों के ठहरने के लिए वन विभाग द्वारा मकुलोकोचा व पिंड्राबेड़ा में गेस्ट हाउस का निर्माण किया है। जहां पर्यटक रुक कर जंगल व जंगली जानवरों का दिदार कर सकते हैं। यहां पर दलमा माई की गुफा, भगवान शिव का प्राकृतिक गुफा में मंदिर है। जिन्हें श्रद्धा से लोग दलमा बाबा कहते हैं। इन्हें जमशेदपुर का संरक्षक देवता भी कहा जाता है। सावन के दिनों में तथा शिवरात्रि के दिन इन मंदिरों को भव्य तरीके से सजा कर यहां पर पूजा अर्चना की जाती है। दलमा पहाड़ी हाथियों की प्राकृतिक आश्रयस्थली है। प्रशासनिक दृष्टिकोण से देखें तो झारखंड के पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां से लेकर पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिले के बेलपहाड़ी तक इसका दायरा फैला है। दलमा पहाड़ी के अंदर 85 आदिवासी गांव हैं।

डिमना लेक

डिमना लेक जमशेदपुर का प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है। डिमना लेक से दलमा की पहाड़ी सटा हुआ है। डिमना झील अपने पानी और प्राकृतिक परिवेश के साथ ही पिकनिक स्पॉट के रूप में प्रसिद्ध है। डिमना लेक से ही जमशेदपुर के शहरी इलाके में पीने की पानी की आपूर्ति की जाती है। जुबली पार्क जमशेदपुर में पर्यटकों के लिए शहर के बीचों बीच जुबली पार्क स्थित है। जुबली पार्क को आम जनता के लिए 1958 में खोला गया था। जुबली पार्क में पिकनिक मनाने के लिए शहर ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों से भी लोग यहां आते हैं। जुबली पार्क के अंदर एक जयंती सरोवर है जो बोटिंग के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा मनोरंजन पार्क, म्यूजिक शो, फव्वारे के साथ ही टाटा जूलॉजिकल पार्क भी है, जहां जंगली जानवरों को आसानी से देखा जा सकता है।

दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में आने वाले पर्यटकों के लिए कई योजना पर काम चल रहा है। यहां की कलाकृति को बढ़ावा देने के लिए दलमा फाउंडेशन का गठन किया जा रहा है। इसके माध्यम से स्थानीय लोगों की कला को आम जनता तक पहुंचाया जाएगा। इसके तहत स्थानीय लोगों खासकर महिला समिति बनाकर उन्हें छोटे-छोटे लघु व कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए दलमा के मकुलाकोचा में स्थानीय लोगों का बाजार विकसित किया जाएगा।

-डा. अभिषेक कुमार, डीएफओ दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी

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