World Hepatitis Day: सावधान ! कोरोना की तरह ही हैं हेपेटाइटिस के भी लक्षण, बरसात में बढ़ जाती बीमारी
कोरोना की तरह ही हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-ई के भी लक्षण होते हैं। ऐसे में आम लोगों के साथ-साथ चिकित्सकों को भी सावधान होने की जरूरत है। वैसे भी जमशेदपुर के जिस क्षेत्र में कोरोना के मरीज सबसे अधिक मिल रहे हैं वह हेपेटाइटिस का गढ़ रहा है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना की तरह ही हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-ई के भी लक्षण होते हैं। ऐसे में आम लोगों के साथ-साथ चिकित्सकों को भी सावधान होने की जरूरत है। वैसे भी जमशेदपुर के जिस क्षेत्र में कोरोना के मरीज सबसे अधिक मिल रहे हैं, वह हेपेटाइटिस का गढ़ रहा है। दो साल पूर्व धतकीडीह, कदमा व बिष्टुपुर क्षेत्र में यहां हेपेटाइटिस महामारी का रूप ले चुका है। इसकी रोकथाम को लेकर दिल्ली से भी टीम आई थी।
अब इसी क्षेत्र में कोरोना के मरीज सबसे अधिक मिले हैं। ऐसे में लोगों को सावधान होने की जरूरत है। इधर, महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी रोजाना दो से तीन मरीज हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-ई के पहुंच रहे हैं। बरसात के दिनों में यह दोनों बीमारी अधिक फैलती है।
हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता हेपेटाइटिस दिवस
हेपेटाइटिस के प्रति लोगों को काफी जागरूक होने की जरूरत है। जागरुकता के माध्यम से ही इस बीमारी को रोका जा सकता है। इसे लेकर 28 जुलाई को विश्वभर में हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। इसका मकसद इसके बारे में लोगों को बताना है। ताकि इस बीमारी से लोगों की जान बचाई जा सकें। हेपेटाइटिस की बीमारी भी वायरस की वजह से ही होती है। हेपेटाइटिस-बी और सी की पहचान देर से होती
हेपेटाइटिस-बी और सी का संक्रमण काफी देर के बाद सामने आता है। कारण कि यह लंबे समय तक शरीर में खामोश रहता है। उसके बाद जब बीमारी फैल जाती है तो उसका लक्षण सामने आता है। इससे क्रोनिक हेपेटाइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है। इसमें मरीज का लिवर खराब होने के साथ-साथ कैंसर भी हो जाता है और मरीज की मौत हो जाती है।
हेपेटाइटिस-ए : बरसात के दिनों में हेपेटाइटिस-ए के मरीज बढ़ने लगे हैं। इसका वायरस दूषित पानी और भोजन के जरिए शरीर में फैलता है। 15 दिन के बाद इसका लक्षण सामने आते हैं। हेपेटाइटिस-ए उतना खतरनाक नहीं होता। इससे लिवर को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचता।
हेपेटाइटिस-ई : हेपेटाइटिस-ई के मरीज भी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। इसका वायरस भी संक्रमित पानी पीने व दूषित खाने से शरीर में प्रवेश करता है। यह लिवर को नुकसान पहुंचाता है। ऐसे में इसका इलाज समय पर जरूरी है।
हेपेटाइटिस के लक्षण कम भूख लगना तेज बुखार होना अधिक थकावट होना आंखों में पीलापन पेशाब पीने रंग का होना पेट में दर्द
कोट
बरसात के दिनों में हेपेटाइटिस-ए और ई के मामले अधिक मिलते हैं। ऐसे में संक्रमित पानी व दूषित भोजन करने से बचना चाहिए। साथ ही तैलीय, मसालेदार, मंसाहारी और भारी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए।
- डॉ. आरएल अग्रवाल, फिजिशियन।