झारखंड के फायरब्रांड नेता रहे सूर्य सिंह बेसरा को किसने दी चुनौती, जानिए

Jharkhand Politics सूर्य सिंह बेसरा फायरब्रांड नेता के रूप में मशहूर हुए थे। उस समय उनसे ऊंची आवाज में बात करने तक की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाता था। उसी नेता को आज उनकी पार्टी का एक नेता खुलेआम चुनौती दे रहा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 20 Aug 2021 08:54 AM (IST) Updated:Fri, 20 Aug 2021 08:54 AM (IST)
झारखंड के फायरब्रांड नेता रहे सूर्य सिंह बेसरा को किसने दी चुनौती, जानिए
झापीपा के प्रमुख अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा की फाइल फोटो।

जमशेदपुर, जासं। झारखंड अलग राज्य आंदोलन के नेतृत्वकर्ता और ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के संस्थापक अध्यक्ष रहे सूर्य सिंह बेसरा उस वक्त फायरब्रांड नेता के रूप में मशहूर हुए थे। उस समय उनसे ऊंची आवाज में बात करने तक की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाता था। उसी नेता को आज उनकी पार्टी का एक नेता खुलेआम चुनौती दे रहा है। दरअसल, विभिन्न दलों में रहने के बाद बेसरा ने झारखंड पीपुल्स पार्टी (झापीपा) का गठन किया था, जिसमें उन्होंने परसुडीह निवासी कृतिवास मंडल काे पूर्वी सिंहभूम जिला का अध्यक्ष बनाया था।

हाल के दिनों में पता नहीं क्या हुआ कि कृतिवास पार्टी की नीति-सिद्धांत के खिलाफ जाने लगे। बेसरा ने कृतिवास मंडल को कारण बताओ नोटिस जारी किया, तो इससे मामला और भड़क उठा। मंडल बेसरा की ही आलोचना करने लगे। कहा कि जिलाध्यक्ष को शोकॉज करना बेसरा की ओछी मानसिकता को दर्शाता है। बेसरा खुद पार्टी के खिलाफ निर्णय ले रहे हैं, जिससे पार्टी का स्तर दिनोंदिन गिरता जा रहा है।

81 विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा हास्यास्पद

कृतिवास मंडल ने कहा कि सूर्य सिंह बेसरा ने पिछले विधानसभा चुनाव में 81 सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी, जो हास्यास्पद साबित हुई। उन्होंने यह निर्णय भी बिना पार्टी से विचार-विमर्श किए खुद ले लिया था। इससे पहले वे अपने मन से सांसद चुनाव भी लड़ गए थे। यही नहीं वे राष्ट्रीय पार्टी का भी प्रचार-प्रसार करने से भी बाज नहीं आते हैं। बेसरा पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए पार्टी मे उनको मान-सम्मान दिया जाता है। इसका मतलब यह नहीं है कि बिना किसी कारण से पार्टी कार्यकर्ताओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहें।

सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं : कृतिवास

कृतिवास मंडल ने कहा कि सूर्य सिह बेसरा ने मुझे नोटिस दिया तो मैंने नोटिस का जवाब दिया। इससे बेसरा बौखला गए, यह तो हास्यास्पद है। बेसरा बिना केंद्रीय महाधिवेशन किए कैसे केंद्रीय प्रमुख अध्यक्ष बन गए। अब तो वे सिर्फ पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। जिला अध्यक्ष को बर्खास्त करने की बात तो दूर, पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष को भी बर्खास्त नहीं कर सकते हैं। मुझे पार्टी के केंद्रीय समिति और जिला समिति के सामूहिक निर्णय से अगर बर्खास्त किया गया है, तो बेसरा सार्वजनिक करें। मैं खुद को बर्खास्त मानने के लिए तैयार हूं। झारखंड पीपुल्स पार्टी में बेसरा की हिटलरशाही अब नहीं चलेगी। पार्टी कार्यकर्ताओं, आम जनता और चुनाव आयोग को पार्टी का संविधान गुमराह करने की इजाजत नहीं देता है। सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं।

कृतिवास की साधारण सदस्यता भी रद : बेसरा

झापीपा के प्रमुख अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा ने कृतिवास मंडल को भेजे पत्र में कहा है कि उन्हें जिलाध्यक्ष के पद से तो मुक्त किया ही जाता है, साधारण सदस्यता भी रद किया जाता है। बेसरा ने कहा है कि पार्टी संविधान के मुताबिक यदि किसी सदस्य का कार्य पार्टी के प्रतिकूल हो या पार्टी के अनुशासन को भंग करता हो तो वैसी स्थिति में उसकी सदस्यता समाप्त हो जाएगी। मंडल को संबोधित करते हुए बेसरा ने लिखा है कि आपको 16 अगस्त को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन आपने सही जवाब देने की बजाय प्रमुख अध्यक्ष को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। प्रमुख अध्यक्ष को आचरण सुधारने की नसीहत दे डाली। इन्हीं सब कारणों से आपको पार्टी से बर्खास्त किया जाता है।

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