जब डीईओ बने मास्‍टर साहब, हाई स्कूलों में ली क्लास

शिक्षकों का मनोबल बढ़ाने तथा छात्रों में नए उत्साह का संचार करने के लिए पूर्वी सिंहभूम के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) ने प्रयास तेज कर दिए हैं। डीईओ ने हाई स्कूलों का औचक निरीक्षण कर छात्रों को पढ़ाने का कार्य बुधवार से प्रारंभ कर दिया।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 02:31 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 02:31 PM (IST)
जब डीईओ बने मास्‍टर साहब, हाई स्कूलों में ली क्लास
स्‍कूल मेंं छात्रों को पढ़ाते जिला शिक्षा अधीक्षक एस तिग्‍गा। जागरण

जमशेदपुर, जासं।  मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा परिणाम में पूर्वी सिंहभूम जिला को टॉप थ्री रैंक में शामिल कराने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी एसडी तिग्गा ने कसरत प्रारंभ कर दी है। पहले ही उन्होंने इस संबंध में शिक्षकों को डेढ़ माह का पाठ्यक्रम तैयार कर बच्चों को पढ़ाई कराने का निर्देश दिया है। वहीं शिक्षकों का मनोबल बढ़ाने तथा छात्रों में नए उत्साह का संचार करने के लिए भी जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) ने प्रयास तेज कर दिए हैं। डीईओ ने हाई स्कूलों का औचक निरीक्षण कर छात्रों को पढ़ाने का कार्य बुधवार से प्रारंभ कर दिया। 

उन्होंने टाटा वर्कर्स यूनियन कदमा हाई स्कूल, एडीएल सोसाइटी उच्च विद्यालय, जमशेदपुर हाई स्कूल, सेंट मेरीज बिष्टुपुर, बीपीएम प्लस टू उच्च विद्यालय बर्मामाइंस का निरीक्षण किया। इस दौरान छात्रों से उन्होंने नदी घाटी परियोजना और इलैक्ट्रिक पोटेंशियल से संबंधित सवाल दिए। कई छात्रों ने डीईओ द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब भी दिया। स्कूल के प्राचार्यों को डीईओ ने कई निर्देश दिए और कहा कि छात्रों को कक्षाओं में लाने के लिए अपने स्तर से भी प्रयास तेज करें। प्रत्येक शिक्षक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक से करें। आपकी मेहनत का परिणाम का रिजल्ट ही बताएगा। उन्होंने छात्रों से कहा कि जो भी शंका हो शिक्षक से अवश्य पूछें। शिक्षक आपकों हर शंकाओं का समाधान करेंगे। स्कूल के घर में भी मन लगाकर पढ़े।

प्रत्येक शनिवार होगा साप्ताहिक टेस्ट

हाई स्कूलों के निरीक्षण के दौरान डीईओ एसडी तिग्गा ने शिक्षकों से कहा कि वे हर घंटा एक विषय को पढ़ाएं। बीच में पांच-दस मिनट का गैप छात्रों को दें। संशोधित पाठ्यक्रम के अनुसार प्लानिंग तैयार करें। प्रत्येक शनिवार को साप्ताहिक टेस्ट कराने का भी निर्देश दिया। डीईओ ने शिक्षकों को कई निर्देश दिए। शिक्षकों ने भी इस दौरान कई सुझाव दिए।

chat bot
आपका साथी