मैं विपक्ष, नहीं मैं विपक्ष, Tata Workers Union में बस यही चल रहा है अब Chunavi Chakallas
Tata Workers Union Election. कोई अपने ऊपर सत्ता पक्ष का टैग रखना नहीं चाहता। सवाल उठता है कि पिछले छह वर्षोंं में आर रवि प्रसाद एंड टीम के कार्यकाल ने ऐसा क्या कर दिया कि पदाधिकारी इसके टैग के बोझ अपने ऊपर लेना नहीं चाहते।
जमशेदपुर, जासं। टाटा वर्कर्स यूनियन में इन दिनों हर गुट अपने ऊपर से सत्ता पक्ष का टैग हटाना चाहता है। लेकिन आखिर इसकी वजह क्या है जो कोई अपने ऊपर सत्ता पक्ष का टैग रखना नहीं चाहता। सवाल उठता है कि पिछले छह वर्षोंं में आर रवि प्रसाद एंड टीम के कार्यकाल ने ऐसा क्या कर दिया कि पदाधिकारी इसके टैग के बोझ अपने ऊपर लेना नहीं चाहते।
सत्ता पक्ष से पहले ही महामंत्री सतीश सिंह और उपाध्यक्ष हरिशंकर सिंह अलग होकर विपक्ष के रूप में अपनी टीम तैयार कर ली। लेकिन अब तक सत्ता पक्ष से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार ने अरविंद पांडेय ने साफ कर दिया कि अब वे सत्ता पक्ष में नहीं है। क्योंकि उनकी टीम से शैलेश सिंह के साथ छह पदाधिकारी विपक्ष में शामिल हो गए हैं। ऐसे में सत्ता पक्ष से छह पदाधिकारी अब विपक्ष के साथ हैं इसलिए बहुमत उनके पास है और वो सत्ता पक्ष है और हम विपक्ष। लेकिन समझ में नहीं आता है कि छह वर्षों के कार्यकाल में सत्ता पक्ष ने ऐसा कर दिया कि कोई भी इस टैग के साथ रहना नहीं चाहता। लेकिन इसकी वजह न अरविंद पांडेय बता रहे हैं न कोई और।
बदनामी का टैग दूसरे के मत्थे
हालांकि, यूनियन के सभी सदस्यों को ये मालूम है कि पिछले छह वर्षो के कार्यकाल में मजदूरों का कितना भला हुआ। इसलिए शायद सत्ता में रहते हुए पहले छह पदाधिकारियों ने इस टैग से किनारा किया। फिर अरविंद पांडेय खुद बोल रहे हैं कि अब वे भी सत्ता पक्ष नहीं बल्कि विपक्ष हैं। सत्ता पक्ष की बदनामी का टैग उन्होंने सतीश सिंह के मत्थे मढ़ दिया है।