Jamshedpur: पानी शुल्क का मामला गरमाया, टिस्को कर्मचारी यूनियन ने टाटा स्टील प्रबंधन के खिलाफ खोला माेर्चा

Jamshedpur Jharkhand News.टाटा स्टील के कर्मचारियों से बीते अप्रैल माह से 125 रुपए प्रतिमाह की दर से पानी शुल्क लिया जा रहा है। टिस्को कर्मचारी यूनियन ने इसका विरोध किया है। अध्यक्ष केके त्रिपाठी ने कहा है कि कर्मचारियों से एक समान रेट लिया जा रहा है जो गलत है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:25 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 12:47 PM (IST)
Jamshedpur: पानी शुल्क का मामला गरमाया, टिस्को कर्मचारी यूनियन ने टाटा स्टील प्रबंधन के खिलाफ खोला माेर्चा
पानी शुल्क का मामला गरमाया गया है। टिस्को कर्मचारी यूनियन ने माेर्चा खोल दिया है।

जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील के कर्मचारियों से बीते अप्रैल माह से 125 रुपए प्रतिमाह के दर से पानी शुल्क लिया जा रहा है। इससे असंतोष बढता जा रहा है। न तो कर्मचारी कार्रवाइ के भय से कुछ बोल पा रहे हैं आैर न ही मान्यता प्राप्त टाटा वर्कर्स यूनियन ही बोल खोल रही है।

इस बीच टिस्को कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष केके त्रिपाठी ने कहा है कि कंपनी के क्वार्टर, फ्लैट व बंगला में रहनेवाले कर्मचारियों से एक समान रेट लिया जा रहा है, जो गलत है। यह कटौती तर्कहीन व अविवेक पूर्ण है। केके त्रिपाठी ने कहा है कि कंपनी का मान्यता प्राप्त टाटा वर्कर्स यूनियन व टाटा स्टील प्रबंधन के बीच यह समझौता हुआ है, जो कर्मचारी हित में नहीं है। टिस्को कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष केके त्रिपाठी ने कहा है कि नव-निर्वाचित टाटा वर्कर्स यूनियन की चुप्पी से ऐसा हो रहा है। कर्मचारी भी यूनियन के समक्ष अपनी बातें जोरदार तरीके से नहीं उठा पा रहे हैं। कहा है कि सितंबर 2019 में यह समझौता हुआ है, जिसे यूनियन ने किसी को जानकारी नहीं दी है।

ये किया आह्रवान

टिस्को कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष केके त्रिपाठी ने कहा है कि प्रबंधन-यूनियन के इस समझौते का शुरू से विरोध किया जा रहा है। यूनियन ने इस समझौते की कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी। यूनियन एक-एक कर्मचारी को कानूनी जानकारी देते हुए आगाह किया था कि ट्रेड यूनियन व मजदूरों की संवैधानिक अधिकारों को छीनने का प्रयास हो रहा है। इसे लेकर सभी मजदूरों को सजग व जागरूक होना होगा। मजदूर अपनी मांग व आवाज को उचित फाेरम पर उठाएं, वरना उनके अधिकारों का हनन हो जाएगा।

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