टीका लगवाने नहीं आए ग्रामीण, डुमरिया से 720 डोज वापस
घाटशिला अनुमंडल के डुमरिया प्रखंड के सुदूर गांवों में कोरोना टीका को लेकर तरह-तरह की अफवाह उड़ने के कारण लोग टीके नहीं ले रहे हैं। नतीजतन डुमरिया से कोविड-19 वैक्सीन के 720 डोज वापस लौटाने पड़े..
संसू, डुमरिया : घाटशिला अनुमंडल के डुमरिया प्रखंड के सुदूर गांवों में कोरोना टीका को लेकर तरह-तरह की अफवाह उड़ने के कारण लोग टीके नहीं ले रहे हैं। नतीजतन डुमरिया से कोविड-19 वैक्सीन के 720 डोज वापस लौटाने पड़े।
वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत के बाद माइक्रो प्लान के तहत डुमरिया प्रखंड के सभी पंचायतों में टीकाकरण शिविर लगाया रहा है। आस्ताकोवाली पंचायत में दो दिनों तक चलाए गए टीकाकरण शिविर में एक भी ग्रामीण टीका लेने नहीं आए। ऐसा बात नहीं है कि गांवों में टीकाकरण अभियान को लेकर प्रचार-प्रसार नहीं किया गया। दरअसल, गांवों में गलत अफवाह फैलने के कारण ग्रामीण कोरोना का टीका नहीं ले रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में यह अफवाह फैलायी गई कि टीका लगने के बाद व्यक्ति नपुंसक हो जाता है। ताज्जुब की बात यह है कि ऐसी बातें पढ़े-लिखे लोगों के मुंह से भी सुनी जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 19 अप्रैल को आयोजित सहियाओं की बैठक में एक सहिया ने प्रभारी चिकित्सक दुर्गा चरण मुर्मू व प्रखंड विकास पदाधिकारी साधुचरण देवगम से कहा कि टीका लेने के लिए जागरूक करने पर पीटने की धमकी मिलती है। ज्ञात हो कि फ्रंटलाइन वर्कर को छोड़कर प्रखंड में अब तक मात्र 3742 लोगों ने ही टीका लिया है। इधर, प्रभारी चिकित्सक का कहना है कि टीकाकरण अभियान में सहयोग नहीं मिल रहा है। जिसके कारण कोविड-19 वैक्सीन का 720 डोज लौटाना पड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि गांवों में संक्रमण बढ़ा तो स्थिति भयावह हो सकती है। लोगों को समझना चाहिए कि कोरोना का टीका लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाता है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।