ग्रामीणों ने की मौदाशोली के राशन डीलर को हटाने की मांग

मौदाशोली गांव के राशन दुकानदार के विरोध में ग्रामीणों ने बैठक कर दुकानदार को हटाने तथा राशन वितरण की जांच की मांग की। इस मामले को लेकर प्रखंड प्रमुख जतिद्रनाथ सिंह की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 08:30 AM (IST)
ग्रामीणों ने की मौदाशोली के राशन डीलर को हटाने की मांग
ग्रामीणों ने की मौदाशोली के राशन डीलर को हटाने की मांग

संसू, धालभूमगढ़ : मौदाशोली गांव के राशन दुकानदार के विरोध में ग्रामीणों ने बैठक कर दुकानदार को हटाने तथा राशन वितरण की जांच की मांग की। इस मामले को लेकर प्रखंड प्रमुख जतिद्रनाथ सिंह की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई। ग्रामीणों ने बताया कि राशन डीलर उत्तम अधिकारी द्वारा कार्ड धारियों को 2020 से ही खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी की जा रही है। कई लोगों को कई महीनों का खाद्यान्न नहीं मिला है, जबकि कई लोगों ने बताया कि उन्हें दो महीने का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का खाद्यान्न नहीं मिला है। कई कार्ड धारी ऐसे थे जिनके परिवार में सदस्यों के अनुसार खाद्यान्न नहीं दिया जा रहा है। इसे लेकर कई बार कार्ड धारियों एवं दुकानदार के बीच नोंकझोंक हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना था कि अब तक वितरण किए गए खाद्यान्न की जांच हो, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के खाद्यान्न वितरण की जांच हो तथा डीलर को बर्खास्त किया जाए। ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि इस मामले को लेकर वे प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी एवं अनुमंडल अधिकारी से मिलकर मांग पत्र सौंपेंगे। इस मौके पर पीतांबर गोप, लक्ष्मण सिंह, करमु गोप, रविद्र नाथ गोप, शंभू सिंह, पूर्ण चंद्र मुर्मू, दारा सिंह, लखन हांसदा आदि उपस्थित थे। एकलव्य आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्य में मजदूरों को दी जा रही कम मजदूरी : गुड़ाबंदा के हातियापाटा में करोड़ों की लागत से बन रही एकलव्य आवासीय विद्यालय का चारदिवारी निर्माण कार्य मे कम मजदूरी देने का आरोप है। रविवार को हातियापाटा गांव के डुंगरीटोला के ग्रामीणों ने ठेकेदार द्वारा कम मजदूरी देने का विरोध जताया। ग्रामीण बिरवल मुंडा, संजय मुंडा, नंदलाल मुंडा, कैलाश मुंडा, सुशांत मुंडा, जितेन मुंडा, चैतन्य मुंडा,सुभाष मुंडा, सुरेन मुंडा,मोहन मुंडा आदि ग्रामीणों ने कहा कि ठेकेदार द्वारा ग्रामसभा का घोर उलंघन किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण कार्य मे लगे महिला मजदूरों (रेजा) को दो सौ तथा पुरुष मजदूरों (कुली) को ढाई सौ रुपये दिया जा रहा है। ग्रामीणों यह भी बताया कि ठेकेदार ने योजना संबधी कोई भी सूचना बोर्ड नहीं लगाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि लोगों को अंधेरे मे रखकर निर्माण कार्य कराना चाहता है। ताकि वास्तविक मजदूरी दर पता नहीं चले। कार्य स्थल पर निर्माण कार्य का देखरेख करनेवाले मुंशी सुरज कुमार ने बताया कि मिस्त्री को चार से पांच सौ, रेजा को दो सौ और कुली को ढाई सौ रुपये मजदूरी दिया जा रहा है।

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