ग्रामीणों ने की सड़क निर्माण कराने की मांग, वन भूमि बनी अड़चन

धालभूमगढ़ के चारचाका ग्वाला बस्ती के लोगों को वन भूमि के कारण सड़क की सुविधा सड़क नहीं मिल रही है। इस मामले को लेकर रविवार को बस्ती में ग्राम प्रधान छुकू हांसदा की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में मुखिया बिलासी सिंह भी उपस्थित थे। ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती में रहने वालों को मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए एकमात्र रास्ता है जो वन भूमि है..

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Dec 2020 06:10 AM (IST) Updated:Mon, 28 Dec 2020 06:10 AM (IST)
ग्रामीणों ने की सड़क निर्माण कराने की मांग, वन भूमि बनी अड़चन
ग्रामीणों ने की सड़क निर्माण कराने की मांग, वन भूमि बनी अड़चन

संवाद सूत्र, धालभूमगढ़ : धालभूमगढ़ के चारचाका ग्वाला बस्ती के लोगों को वन भूमि के कारण सड़क की सुविधा सड़क नहीं मिल रही है। इस मामले को लेकर रविवार को बस्ती में ग्राम प्रधान छुकू हांसदा की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में मुखिया बिलासी सिंह भी उपस्थित थे। ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती में रहने वालों को मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए एकमात्र रास्ता है, जो वन भूमि है। मुख्य सड़क से बस्ती की दूरी लगभग 400 फीट है। बारिश के मौसम में मुख्य सड़क से बस्ती को जोड़ने वाली सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है। इस रास्ते के पक्कीकरण के लिए सीओ, वन अधिकारी, वन संरक्षण समिति, ग्राम प्रधान व मुखिया को कई बार ज्ञापन दिया गया। परंतु अब तक किसी ने ग्रामीणों की इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती में 25 परिवार 30-40 वर्षों से रह रहे हैं। वे वनों की रक्षा करते आए हैं। यदि वन विभाग सड़क पक्कीकरण की स्वीकृति प्रदान कर देगी तो ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा होगी। बैठक में करुणामय महतो, कल्पना साव, गुलापी कर, नीलिमा सिंह, मीता पाल, सनातन महतो, शर्मिष्ठा पात्र, सुकुमार पाल, जितेंद्र कर, सुशील महतो, अशोक महतो, विश्वनाथ साव, गीता कर, बेबी रानी महतो समेत कई उपस्थित थे। वन पट्टा के लिए दावेदारों के जमीन का हुआ सीमांकन : प्रखंड के हरिणदुकडी, बगुला व रघुनाथडीह में वन भूमि पर रह रहे लोगों को वन पट्टा दिलाने के लिए रविवार को वन अधिकार समिति की ओर से तैयार किए गए दावेदारों की जमीन का सीमांकन किया गया। समिति के अध्यक्ष ऋषिकेश मान्ना की देखरेख में दावेदारों की भूमि का सीमांकन किया गया। इससे पूर्व आठ दिसंबर को इस संबंध में समिति के अध्यक्ष ऋषिकेश मान्ना की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। बैठक में हरिणदुकडी, बागुला व रघुनाथडीह क्षेत्र में वन भूमि पर घर बनाकर रह रहे लोगों को वन पट्टा दिलाने के मुद्दे पर चर्चा हुई थी। समिति की ओर से 22 दावेदारों का चयन किया गया था, जो वर्षो से वन भूमि पर रह रहे हैं। दावेदारों को निर्देश दिया गया था कि वे अंचल कर्मचारी से प्राप्त प्रपत्र को भर कर समिति के पास जमा करें। दावेदारों की ओर से प्रपत्र जमा करने के बाद शनिवार को पुन: बैठक हुई और रविवार को सभी दावेदारों की जमीन का सीमांकन किया गया। मौके पर गौरांग मान्ना, भूषण मान्ना, देवाशीष मान्ना, मानिक मान्ना, मनोज बागती, शिवराज महतो, सुभाष बागती, प्रशांत महतो, पुटू राम मुंडा, राजा मुर्मू, सूरज कुमार माझी, पद्मिनी माझी समेत सभी दावेदार उपस्थित थे।

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