ग्रामीणों ने बीडीओ से की कुआं मरम्मत कराने की मांग

जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू के नेतृत्व में शुक्रवार को धोबनी पंचायत के मुर्गासोंगा टोला के ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी सीमा कुमारी से मुलाकात कर पेयजल संकट से निदान दिलाने के लिए आवेदन सौंपा..

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 06:40 AM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 06:40 AM (IST)
ग्रामीणों ने बीडीओ से की कुआं मरम्मत कराने की मांग
ग्रामीणों ने बीडीओ से की कुआं मरम्मत कराने की मांग

संसू, मुसाबनी : जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू के नेतृत्व में शुक्रवार को धोबनी पंचायत के मुर्गासोंगा टोला के ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी सीमा कुमारी से मुलाकात कर पेयजल संकट से निदान दिलाने के लिए आवेदन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि मुर्गासोंगा टोला में 10 परिवार रहते हैं। पेयजल के लिए एक मात्र कच्चा कुआं है, जिसका पानी पीने लायक नहीं है। गर्मी के मौसम में कच्चा कुआं सूख जाने पर लोगों को दो किलोमीटर से भी अधिक दूरी से पानी लाना पड़ता है। ग्रामीणों ने टोला में बीडीओ से कच्चा कुंआ का मरम्मत करने की मांग की। ग्रामीणों ने बीडीओ से यह भी कहा कि टोला तक जाने वाली सड़क कच्ची है। मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए टोला तक गाड़ी भी नहीं पहुंच पाती। ग्रामीण मरीजों को खटिया पर ढोकर अस्पताल तक पहुंचाते हैं। ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी सीमा कुमारी ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही टोला का दौरा कर 14वें वित्त आयोग से कच्चा कुआं का मरम्मत कराया जाएगा। मौके पर लखन हांसदा, फागू सोरेन, छुकु सोरेन, चंद्राई सोरेन आदि उपस्थित थे। प्रत्येक पंचायत में 250 मजदूरों को उपलब्ध कराएं काम : मुसाबनी प्रखंड सभागार में शुक्रवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी सीमा कुमारी ने मनरेगा व आवासीय योजना को लेकर ग्राम रोजगार सेवकों के साथ बैठक की। बैठक में ग्राम रोजगार सेवकों को निर्देश दिया गया कि मनरेगा के तहत जिन योजनाओं को अब तक शुरू नहीं किया गया है, उसे तत्काल डिमांड डालकर शुरू करें। खासकर आवासीय योजना में लाभुक के जॉब कार्ड पर ही डिमांड डालने का निर्देश दिया गया। बैठक में प्रत्येक पंचायत के टोला/गांव में राज्य सरकार द्वारा संचालित नाडेप, रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिग, वर्मी कंपोस्ट टैंक, शॉकपिट योजना की समीक्षा की गई और जल्द से जल्द संबंधित योजनाओं का कार्य पूरा करने का आदेश दिया गया। सभी ग्राम रोजगार सेवको से सरकारी भवनों में रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिग योजना संचालित करने की जानकारी ली गई। प्रत्येक पंचायत में कम से कम 250 मजदूरों को प्रतिदिन काम देने का निर्देश दिया गया। बीडीओ ने सभी ग्राम रोजगार सेवकों से जॉब डिमांड की जानकारी ली और जिन पंचायतों में जॉब डिमांड कम है, उन ग्राम रोजगार सेवकों से स्पष्टीकरण मांगा गया। उनसे पूछा गया कि किस परिस्थिति में संबंधित पंचायत में जॉब डिमांड कम है। प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि पंचायत स्तर पर भ्रमण कर प्रतिदिन जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।

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