पावर ग्रिड की आवंटित जमीन पर ग्रामीणों ने श्मशान का किया दावा
फोटो 7 - चाकुलिया प्रखंड के बिरदोह गांव में निर्माणाधीन पावर ग्रिड की जमीन पर ग्रामीणों ने ज
फोटो 7
- चाकुलिया प्रखंड के बिरदोह गांव में निर्माणाधीन पावर ग्रिड की जमीन पर ग्रामीणों ने जताई आपत्ति
- 138 करोड़ की लागत से पावर ग्रिड व चार सब स्टेशन का होना है निर्माण
- पावर ग्रिड व एक सब स्टेशन निर्माण के लिए 8.8 एकड़ आवंटित की गई है जमीन
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संसू, चाकुलिया : बिरदोह गांव में 60 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन पावर ग्रिड की जमीन पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है। अंचल कार्यालय से जिस जमीन को पावर ग्रिड निर्माण के लिए आवंटित किया गया है, उसके कुछ अंश पर स्थानीय ग्रामीण श्मशान होने का दावा कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि संथाल व नायक समाज के लोग संबंधित जमीन के कुछ हिस्से पर दाह संस्कार करते हैं। इसलिए जमीन के उस हिस्से को मुक्त किया जाए। पावर ग्रिड की जमीन पर ग्रामीणों की आपत्ति के बाद शनिवार को जेयूएसएनएल के वरीय प्रबंधक मदन पुरी व फ्लोमोर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आदित्य मनोहर चाकुलिया अंचल कार्यालय पहुंचे। उन्होंने अंचल निरीक्षक संतोष कुमार के साथ जमीन विवाद पर चर्चा की और इस समस्या का समाधान करने का आग्रह किया।
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बिरदोह गांव में झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड के माध्यम से 138 करोड़ की लागत से पावर ग्रिड व चार सब स्टेशन का निर्माण कराया जा रहा है। 60 करोड़ की लागत से पावर ग्रिड व एक सब स्टेशन बनाने के लिए बिरदोह गांव में 8.8 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। एक जुलाई को सांसद विद्युत वरण महतो व विधायक समीर महंती ने पावर ग्रिड निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था।
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बिरदोह में पावर ग्रिड के लिए आवंटित जमीन को लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है। उपलब्ध दस्तावेज के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। दस्तावेज के आधार पर देखा जा रहा है कि श्मशान के नाम पर जमीन नोटिफाइड है या नहीं।
- संतोष कुमार, अंचल निरीक्षक, चाकुलिया।
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जिस जमीन पर पावर ग्रिड का निर्माण किया जा रहा है, उसके कुछ हिस्से का उपयोग गांव के संथाल व नायक समाज के लोग वर्षों से श्मशान के रूप में करते आ रहे हैं। इस मामले का समाधान किया जाना चाहिए।
- हिमांशु बेरा, ग्राम प्रधान, बिरदोह।
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काम शुरू होने के बाद गांव के कुछ लोगों ने पावर ग्रिड के लिए आवंटित जमीन पर आपत्ति जताई थी। विभागीय पदाधिकारियों को जमीन से संबंधित विवाद की जानकारी दे दी गई है।
- आदित्य मनोहर, प्रोजेक्ट मैनेजर, फ्लोमोर कंपनी।