बाप रे बाप! बीन्स हुआ 150 रुपये किलो, भिंडी-बैगन 80 रुपये तक पहुंचा, सरसों तेल का भाव गिरा

कोरोना का संक्रमण कम हुआ तो महंगाई डायन आखें तरेरने लगी है। बारिश के मौसम में सब्जी के दाम में आग लगी हुई है। जहां बीन्स 150 रुपये किलो भिंडी-बैगन 80 रुपये किलो तक बिक रही है। उधर फसल खराब होने से किसान भी बेहाल है।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 06:00 AM (IST)
बाप रे बाप! बीन्स हुआ 150 रुपये किलो, भिंडी-बैगन 80 रुपये तक पहुंचा, सरसों तेल का भाव गिरा
बाप रे बाप! बीन्स हुआ 150 रुपये किलो, भिंडी-बैगन 80 रुपये तक पहुंचा

वीरेंद्र ओझा, जमशेदपुर : पिछले सप्ताह से हो रही लगातार बारिश ने सब्जियों का भाव आसमान पर पहुंचा दिया है। दस दिन पहले जो सब्जी 20-25 रुपये किलो बिक रही थी, वह दोगुने-तिगुने भाव पर बिक रहा है। हद तो तब हो गई, जब 30-40 रुपये किलो बिकने वाला बीन्स 150 रुपये और भिंडी व बैगन 80 रुपये किलो तक पहुंच गया है।

संकोसाई के सब्जी विक्रेता धर्मेंद्र कुमार बताते हैं कि बारिश से सब्जी की फसल को इतना नुकसान पहुंचा है कि एक तिहाई माल ही मंडी पहुंच रही है। जाहिर सी बात है कि महंगा तो होगा ही। डिमना रोड में सब्जी बेचने वाली पिंकी कुमारी ने बताया कि बीन्स का भाव सुनकर तो मंडी में खरीदने की हिम्मत ही नहीं हुई। मंडी में ही बीन्स 125-130 रुपये किलो के हिसाब से 50 किलो की बोरी मिल रही थी। पटल या परवल का भाव 30 से 40 रुपये किलो बना हुआ है, इसके अलावा हर सब्जी महंगी हो गई है। 20-30 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर भी 60 रुपये किलो हो गया है। लौकी का भाव भी 50 रुपये किलो हो गया है, जबकि इस वर्ष यह 15 से 20 रुपये किलो तक ही बिका था। बरबटी भी 60 रुपये हो गया। यही नहीं आलू और प्याज का भाव भी दो-तीन रुपये चढ़ गया है। बुधवार को आलू 18 और प्याज 32 रुपये बिका। अब उम्मीद है कि पूरे बरसात यही स्थिति रहेगी, क्योंकि खेत में पानी भर जाने से सब्जियों के पौधे की जड़ गल गई है। नई फसल इतनी जल्दी होने से रही।

बाजार में चना-सोया बड़ी की बिक्री बढ़ी

हरी सब्जियों के भाव चढ़ने से एक बार फिर बाजार में चना और सोया बड़ी की बिक्री बढ़ गई है। सब्जी बाजार में भीड़ कम हो गई है। भाव सुनकर ही कई लोग निकल जा रहे हैं, जबकि कुछ तो दूर से ही भाव पूछकर नाक-भौं सिकोड़ ले रहे हैं। सब्जी विक्रेताओं का भी कहना है कि भाव चढ़े होने से भी हम पहले से कम माल ला रहे हैं, क्योंकि शाम चार बजे तक ही बेचना है। नहीं बिकी तो सब्जी खराब हो जाएगी। नुकसान हो जाएगा।

सरसों तेल 165 रुपये लीटर तक गिरा

करीब छह महीने से सरसों तेल के जो भाव चढ़े हुए थे, वह अभी गिर गए हैं। एक माह पहले तक सरसों तेल का भाव 190-195 रुपये किलो बिक रहा था, वह अब 165 रुपये के आसपास पहुंच गया है। परसुडीह स्थित कृषि उत्पादन बाजार समिति में बुधवार को सलोनी व हाथी 159 और बापू ब्रांड का सरसों तेल 157 रुपये प्रति लीटर था। कारोबारियों का कहना है कि सरसों तेल के भाव गिर रहे हैं, लेकिन 150 रुपये से नीचे नहीं जाएगा, क्याेंकि सरसों का समर्थन मूल्य ही 80-85 रुपये किलो हो गया है।

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