Jemco Jamshedpur: जेम्को कर्मियों के क्वार्टर मामले में यूनियन गंभीर, कहा- पहले कंपनी कराए दूसरी जगह व्यवस्था

Jemco Jamshedpurकंपनी में कुल 80 क्वार्टर हैं जो 60 साल से ज्यादा समय का है। कंपनी के क्वार्टरों को तोड़ने का मामला अब लटक गया है। कंपनी विस्तारीकरण के क्रम में प्रबंधन ने क्वार्टर खाली करने का आदेश दिया है। जिसकी समय सीमा पार हो गई है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 05:00 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 05:00 PM (IST)
Jemco Jamshedpur: जेम्को कर्मियों के क्वार्टर मामले में यूनियन गंभीर, कहा- पहले कंपनी कराए दूसरी जगह व्यवस्था
कुल 80 क्वार्टर हैं जो 60 साल से ज्यादा समय का है।

 जमशेदपुर, जासं। तार कंपनी की अनुषंगी इकाई जमशेदपुर इंजीनियरिंग एंड मशीन मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी (जेम्को) में क्वार्टर तोड़ने से पहले कर्मचारियों के लिए दूसरी जगह आवास की व्यवस्था करनी होगी। जेम्को वर्कर्स यूनियन का कहना है कि कर्मचारियों का जब तक कहीं आवास नहीं मिलेगा तब तक कोई क्वार्टर नहीं टूटेगा।

बीते दिनों कंपनी प्रबंधन ने 20 क्वार्टरों को चिन्हित करते हुए उसे तोड़ने का फरमान जारी किया था। लेकिन यूनियन की पहल पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। प्रबंधन के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए कर्मचारी अपने क्वार्टर में रह रहे हैं। यूनियन नेताओं का कहना है कि बहुत जल्द उनकी प्रबंधन के साथ वार्ता होने वाली है उसमें क्वार्टर व इसेंटिव का मामला उठेगा तथा उसका कोई ठोस निर्णय भी होगा।

कंपनी में कुल 80 क्वार्टर

कंपनी में कुल 80 क्वार्टर हैं जो 60 साल से ज्यादा समय का है। कंपनी के क्वार्टरों को तोड़ने का मामला अब लटक गया है। कंपनी विस्तारीकरण के क्रम में प्रबंधन ने क्वार्टर खाली करने का आदेश दिया है। जिसकी समय सीमा पार हो गई है, लेकिन अभी तक किसी कर्मचारी ने क्वार्टर खाली नहीं किया है। यूनियन की मांग है कि जब तक क्वार्टर की अलग कहीं व्यवस्था नहीं होती है, आवास खाली नहीं किया जाएगा।

क्यों तोड़ना है क्वार्टरों को, क्या है मामला

एक तो कंपनी का क्वार्टर काफी पुराना हो गया है। क्वार्टरों की स्थिति काफी दयनीय बनी हुई है। कोई घटना नहीं हो, इसे लेकर प्रबंधन ने पुराने क्वार्टरों को तोड़ने की योजना बनाई है। दूसरी ओर क्वार्टर तोड़ने का कारण कंपनी का विस्तारीकरण के लिए खाली जगह का रहना जरूरी है। कंपनी के 34 एकड़ जमीन का चाहरदिवारी कराया गया है ताकि कंपनी परिसर में दूसरा संयंत्र लगाया जा सके।

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