TAS: यूजी-पीजी उत्तीर्ण छात्रों के पास टाटा एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस से जुड़ने का मौका, जानें क्या है यह सर्विस
Tata Administrative Service TAS एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम है और इसकी विरासत 60 वर्षों से अधिक पुरानी है। जेआरडी टाटा द्वारा इस कार्यक्रम में 1956 में शुरू किया गया। इसका उद्देश्य संभावित टाटा लीडर्स की पहचान करना और उन्हें तैयार करना है।
जमशेदपुर, जासं। टाटा समूह ने एक बार फिर यूजी-पीजी उत्तीर्ण छात्रों के लिए टाटा इमैजिनेशन चैलेंज में भाग लेने के अपने दरवाजे खोल दिए हैं। इस चैलेंज के विजेता को टाटा एडमिनिस्ट्रेटिव (TAS) यानि टाटा की प्रशासनिक सेवा से जुड़ने का मौका मिलेगा। इसमें किसी भी स्ट्रीम से यूजी और पीजी उत्तीर्ण छात्र भाग ले सकते हैं। इसका मकसद छात्रों की नेतृत्व क्षमता को पहचानना है। इस प्रतियोगिता में दुनिया भर में कार्य कर रहे टाटा के कर्मचारी भी भाग ले सकते हैं।
इस प्रतियोगिता के माध्यम से टाटा की प्रशासनिक सेवा पदों पर अधिकारियों की नियुक्तियों के द्वार खुलेंगे। कंपनी की इसके विजेताओं पर हम समय नजर बनी रहेगी। पिछले साल की तरह इस साल भी टाटा इमैजिनिशेन चैलेंज में कुल 13 विजेता (छात्रों के ट्रैक से 10 और इन-हाउस ट्रैक से 3) होंगे।
विजेताओं को मिलेंगे ये पुरस्कार
विजेताओं को TAS पीपीआई, 2 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, परामर्श सत्रों में भाग लेने का मौका, नेतृत्व कार्यक्रमों में भाग लेन और टाटा क्लिक वाउचर के साथ-साथ ताज होटल में करियर यात्रा के दौरान ठहरने का मौका से सम्मानित किया जाएगा। टाटा लीडर्सशिप द्वारा परामर्श सत्रों के साथ-साथ टाटा टुमॉरो यूनिवर्सिटी - टाटा के लर्निंग पोर्टल तक पूर्ण पहुंच के साथ पॉपुलर च्वाइस अवार्ड्स प्राप्त होंगे। कई अन्य सम्मान, प्रमाण पत्र, और सीखने से भरे सत्र भी विजेताओं की प्रतीक्षा करते हैं।
60 वर्ष से अधिक पुरानी है TAS कार्यक्रम
TAS एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम है और इसकी विरासत 60 वर्षों से अधिक पुरानी है। जेआरडी टाटा द्वारा इस कार्यक्रम में 1956 में शुरू किया गया। इसका उद्देश्य संभावित टाटा लीडर्स की पहचान करना और उन्हें तैयार करना है। तब से इस अद्वितीय, विविध, और आईएएस समकक्ष कार्यक्रम TAS ने न केवल छात्रों और पेशेवरों को उद्योग के अत्याधुनिक बने रहने में मदद की है, बल्कि समूह में हर क्षेत्र में एक TAS अधिकारी के रूप में नेतृत्व करने के लिए उनके करियर को आगे बढ़ाया है।