यूसिल के बागजाता माइंस में सिविल कार्य से बैठाए गए मजदूरों ने की बैठक
UCIL Bagjata Mines. बागजाता माइंस के स्थापना काल से ही प्रभावित क्षेत्र एवं माइंस से सटे हुए 18 महिला पुरुष मजदूर माइंस के सिविल संबधी कार्य करते आ रहे हैं । यूसिल प्रबंधन ने विगत 24 अक्टूबर से काम से बैठा दिया है ।
मुसाबनी- मुसाबनी प्रखण्ड के भादुआ प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में बागजाता माइंस के सिविल में कार्यरत ठेका कर्मियों की समस्या को लेकर मजदूरों द्वारा बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में मजदूरों ने अपनी समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि हम बागजाता माइंस के स्थापना काल से ही प्रभावित क्षेत्र एवं माइंस से सटे हुए 18 महिला,पुरुष मजदूर माइंस के सिविल संबधी कार्य करते आ रहें है ।यूसिल प्रबंधन द्वारा हम सभी को विगत 24 अक्टूबर से सिविल कार्य नहीं होने का हवाला देते हुए काम से बैठा दिया गया है । मजदूरों ने कहा कि लंबे समय तक काम से बैठा दिए जाने से परिवार में भुखमरी की स्थित उत्पन्न हो गई है । उपस्थित मजदूरों ने कहा कि विगत दिनों माइंस के सिविल कार्य को लेकर आंदोलन का रूप रेखा तय किया गया था । जिसकी सूचना स्थानीय प्रशासन के साथ साथ यूसिल प्रबंधन को दी गई थी । आंदोलन करने के लिखित शिकायत के बाद यूसिल प्रबंधक ने आंदोलन न करने की अपील करते हुए आश्वस्त किया गया था की सभी मजदूरों के काम के लिए टेंडर प्रक्रिया बहुत जल्द पूरा होने वाला है । यूसिल प्रबंधन के इस आश्वासन पर सभी मजदूर अपने आंदोलन को वापस ले लिया था । मगर आंदोलन वापस कर महीना से भी ज्यादा समय बीत गया है ।अभी तक यूसिल प्रबंधन द्वारा कार्य सम्बन्धी ठोस जानकारी मजदूरों को नहीं दिया जा रहा है ।इससे मजदूरों में आक्रोश है । मजदूरों ने अब आंदोलन का रुख अख्तियार करने का निर्णय लिया है । बैठाए गए सिविल मजदूरों ने एक स्वर में कहा कि सप्ताह - दस दिन के अंदर यदि यूसिल प्रबंधन कार्य से संबंधित ठोस जानकारी नहीं देती है तो बैठाए गए सभी मजदूर अपने परिवार के साथ सड़क जाम जैसे आंदोलन करने पर मजबुर होंगे । इस अवसर पर कारू मुर्मू,बिमल भट्टाचार्य,अमृत भकत,सैबुर टुडू,मंगल मुर्मू,दुला मुर्मू, उपेन पातर, अरशू हांसदा,बाहा मुर्मू, माका हेंब्रम, लाल मुनि हांसदा,पार्वती कर्मकार आदि उपस्थित थे ।
मुसाबनी- मुसाबनी प्रखण्ड के भादुआ प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में बागजाता माइंस के सिविल में कार्यरत ठेका कर्मियों की समस्या को लेकर मजदूरों द्वारा बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में मजदूरों ने अपनी समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि हम बागजाता माइंस के स्थापना काल से ही प्रभावित क्षेत्र एवं माइंस से सटे हुए 18 महिला,पुरुष मजदूर माइंस के सिविल संबधी कार्य करते आ रहें है ।यूसिल प्रबंधन द्वारा हम सभी को विगत 24 अक्टूबर से सिविल कार्य नहीं होने का हवाला देते हुए काम से बैठा दिया गया है । मजदूरों ने कहा कि लंबे समय तक काम से बैठा दिए जाने से परिवार में भुखमरी की स्थित उत्पन्न हो गई है । उपस्थित मजदूरों ने कहा कि विगत दिनों माइंस के सिविल कार्य को लेकर आंदोलन का रूप रेखा तय किया गया था । जिसकी सूचना स्थानीय प्रशासन के साथ साथ यूसिल प्रबंधन को दी गई थी । आंदोलन करने के लिखित शिकायत के बाद यूसिल प्रबंधक ने आंदोलन न करने की अपील करते हुए आश्वस्त किया गया था की सभी मजदूरों के काम के लिए टेंडर प्रक्रिया बहुत जल्द पूरा होने वाला है । यूसिल प्रबंधन के इस आश्वासन पर सभी मजदूर अपने आंदोलन को वापस ले लिया था । मगर आंदोलन वापस कर महीना से भी ज्यादा समय बीत गया है ।अभी तक यूसिल प्रबंधन द्वारा कार्य सम्बन्धी ठोस जानकारी मजदूरों को नहीं दिया जा रहा है ।इससे मजदूरों में आक्रोश है । मजदूरों ने अब आंदोलन का रुख अख्तियार करने का निर्णय लिया है । बैठाए गए सिविल मजदूरों ने एक स्वर में कहा कि सप्ताह - दस दिन के अंदर यदि यूसिल प्रबंधन कार्य से संबंधित ठोस जानकारी नहीं देती है तो बैठाए गए सभी मजदूर अपने परिवार के साथ सड़क जाम जैसे आंदोलन करने पर मजबुर होंगे । इस अवसर पर कारू मुर्मू,बिमल भट्टाचार्य,अमृत भकत,सैबुर टुडू,मंगल मुर्मू,दुला मुर्मू, उपेन पातर, अरशू हांसदा,बाहा मुर्मू, माका हेंब्रम, लाल मुनि हांसदा,पार्वती कर्मकार आदि उपस्थित थे ।