ट्रेड यूनियन की राजनीति से अलग TWU संचालित करेगी हर्बल गार्डेन, टाटा स्टील से मिलेगी मदद

ट्रेड यूनियन की राजनीति करने वाली टाटा वर्कर्स यूनियन अब हर्बल गार्डेन का संचालन करेगी। इस मामले में कंपनी प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच सहमति बन गई है और इसे जल्द ही धरातल पर उतारा जाएगा। सामाजिक सरोकर के क्षेत्र में टाटा वर्कर्स यूनियन की यह नई पहल है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:54 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 04:54 PM (IST)
ट्रेड यूनियन की राजनीति से अलग TWU संचालित करेगी हर्बल गार्डेन, टाटा स्टील से मिलेगी मदद
हर्बल गार्डेन में 100 से अधिक औषधीय पौधे लगाए जाएंगे।

निर्मल प्रसाद, जमशेदपुर।  ट्रेड यूनियन की राजनीति करने वाली टाटा वर्कर्स यूनियन अब हर्बल गार्डेन का संचालन करेगी। इसके लिए टाटा स्टील की मदद से मरीन ड्राइव में जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन आवंटन होते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। टाटा स्टील में मातृत्व अवकाश, 1956 का समझौता सहित मजदूर हित में कई ऐतिहासिक समझौता कराने वाली मान्यता प्राप्त यूनियन, टाटा वर्कर्स यूनियन अब कर्मचारियों के लिए हर्बल गार्डन का संचालन करेगी।

यूनियन की ओर से हर्बल गार्डेन में 100 से अधिक औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। यूनियन का प्रयास होगा कि कर्मचारी अपने परिवार के साथ हर्बल गार्डेन और औषधीय पौधों के बारे में जानें। आयुर्वेद में कई ऐसी जडी-बूटियां हैं जो कई तरह की बीमारियों का इलाज कर सकती हैं। साथ ही कर्मचारी चाहे तो अपनी इच्छानुसार पौधे खरीद कर घर ले जा सकते हैं। इस मामले में कंपनी प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच सहमति बन गई है और इसे जल्द ही धरातल पर उतारा जाएगा। सामाजिक सरोकर के क्षेत्र में टाटा वर्कर्स यूनियन की यह नई पहल है। टाटा वर्कर्स यूनियन स्कूल का संचालन भी करती है। इसके अलावा सामाजिक सरोकारों के तहत स्वास्थ्य कैंप आदि भी समय-समय पर लगाए जाते हैं। इस काम में टाटा स्टील प्रबंधन का बखूबी साथ मिलता है।

तैयार किए जाएंगे बीज

यूनियन नेतृत्व का कहना है कि औषधीय पौधों में कई गुण होते हैं जो काफी लाभकारी हैं। ऐसे में यूनियन द्वारा हर्बल गार्डेन में विभिन्न औषधीय पौधों के लिए बीज तैयार किए जाएंगे। कर्मचारी चाहे तो पौधों के अलावा बीज भी खरीद सकते हैं। यूनियन नेतृत्व का उद्देश्य कर्मचारी अपने घर पर ही औषधीय पौधे या उनका बीज गमलों में लगाएं ताकि छोटी-मोटी या मौसमी बीमारियों का घरेलू इलाज हो सके।

इन पौधों को है लगाने की तैयारी

गिलोय, अश्वगंधा, नीम, सजना, मुलेठी, ब्राह्मी, तुलसी, शतावर, आंवला, अशोक, हल्दी, घृतकुमारी सहित अन्य।

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