TWU Jamshedpur: जेडीसी का काम करने का है अपना पैटर्न, इसका हो अनुपालन, जाने किसने कही ये बात
टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी ने जेडीसी के काम करने के तरीके के बारे में सभी सदस्यों को बताया। कहा कि जेडीसी में काम करने का अपना पैटर्न है। इसमें केवल और केवल सामूहिक रूप से कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को भी उठाया और लाया जाता है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से पिछले दिनों विभागवार ज्वाइंट डिपार्टमेंट काउंसिल (जेडीसी) का गठन किया गया है। कोक प्लांट और ट्यूब डिविजन के बाद गुरुवार को बिष्टुपुर स्थित यूनाइटेड क्लब में पावर सिस्टम विभाग की जेडीसी संपन्न हुइ। इसे संबोधित करते हुए टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी ने जेडीसी के काम करने के तरीके के बारे में सभी सदस्यों को बताया। कहा कि जेडीसी में काम करने का अपना पैटर्न है। इसमें केवल और केवल सामूहिक रूप से कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को भी उठाया और लाया जाता है।
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत मामलों के लिए कंपनी में चीफ-यूसीएम मीटिंग सहित दूसरे फोरम हैं, जहां उसे उठाया जा सकता है। इसलिए जेडीसी के कोरम और उसकी गरिमा का अनुपालन होना चाहिए। वहीं, उन्होंंने कहा कि जेडीसी में पहले कर्मचारी स्वास्थ्य को नहीं जोड़ा गया था। लेकिन विगत वर्षों से इसे जोड़ा गया है। जेडीसी के ही माध्यम से अब विभागवार रक्तदान शिविर सहित कई तरह के आयोजन किए जाते हैं। इस मौके पर चीफ ऑफ पावर सिस्टम शरद कुमार, राजेश चिंतक, जेडीसी चेयरमैन सह विभागीय कमेटी मेंबर विश्वनाथ राय, वाइस चेयरमैन रवींद्र कुमार चौहान सहित यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश कुमार सिंह, महासचिव सतीश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम, संजय कुमार सिंह, संजीव तिवारी, सहायक सचिव अजय चौधरी, नितेश राज, सरोज कुमार सिंह व कोषाध्यक्ष हरिशंकर सिंह सहित विभागीय कमेटी मेंबर व कंपनी के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
टाटा वर्कर्स यूनियन में जल्द होने वाली है कमेटी मीटिंग
टाटा वर्कर्स यूनियन में नई कार्यकारिणी के लिए पहली फरवरी 2021 में चुनाव हुआ था। यूनियन के संविधान के अनुसार प्रत्येक दो से तीन माह में कमेटी मीटिंग का आयोजन लेकिन कोविड 19 के कारण अब तक एक बार भी कमेटी मीटिंग का आयोजन नहीं हो पाया है। अब यूनियन की ओर से शनिवार को फायनांस कमेटी की बैठक बुलाई गई है। इसके बाद तय है कि सोमवार या मंगलवार को नई कार्यकारिणी के लिए पहली कमेटी मीटिंग हो सकती है। कमेटी मीटिंग में यूनियन के सभी 214 कमेटी मेंबर शामिल होते हैं और अपने विभागवार कर्मचारियों के मामलों को यूनियन नेतृत्व के समक्ष रखते हैं ताकि संबधित मामले में वे कंपनी प्रबंधन से बात कर कोई रास्ता निकाल सके।