पार्सल एजेंट की भूमिका निभाएंगे टीटीई-बुकिंग क्लर्क Jamshedpur News
लॉकडाउन से ही पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन नहीं के बराबर हो रहा है। ऐसे में टीटीई के साथ बुकिंग व रिजर्वेशन क्लर्क के पास भी काम नहीं बचा है।
जमशेदपुर (गुरदीप राज)। लॉकडाउन से ही पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन नहीं के बराबर हो रहा है। ऐसे में टीटीई के साथ बुकिंग व रिजर्वेशन क्लर्क के पास भी काम नहीं बचा है। रेलवे ने इनका बेहतर उपयोग करने के लिए योजना बनाई है, जिसमें अब ये अपने ही वाणिज्य विभाग (कमर्शियल सेक्शन) के लिए बदली हुई भूमिका में दिखेंगे। इनसे पार्सल एजेंट का काम लिया जाएगा, जिसमें टीटीई, बुकिंग व रिजर्वेशन क्लर्क शहर के छोटे-बड़े कारोबारियों से मिलेंगे। उनके कारोबार का सर्वे करेंगे, तो अपना माल सड़क परिवहन की बजाय रेलवे से माल भेजने-मंगाने का ऑफर देंगे।
रेलवे यह प्रयोग पहली बार करने जा रही है। इसके लिए दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल में बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बीडीयू) का गठन किया गया है। इसके समन्वयक चक्रधरपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक भाष्कर बनाए गए हैं। व्यापारियों को बताया जाएगा कि सड़क मार्ग की अपेक्षा रेलवे से माल भेजने में व्यापारियों को कितना फायदा होगा।
इसके लिए रेलवे ने ईमेल आइडी जारी की है। टीटीई पहले बाजार का सर्वे करेंगे, जिसमें यह आंकड़ा जुटाया जाएगा कि शहर के कारोबारी कितना माल सड़क और कितना रेल से भेजते या मंगाते हैं। इसकी शुरुआत जबलपुर डिवीजन में हो गई है, जबकि अब चक्रधरपुर मंडल में होगा। इस संबंध में जमशेदपुर, चाईबासा, राउरकेला, झारसुगुड़ा आदि में डीआरएम की व्यवसायिक संगठनों के साथ बैठक भी हो चुकी है। इसके आधार पर भी मंडल के व्यापारियों व ट्रांसपोर्टरों की सूची तैयार की जा रही है।
तेल, आटा, नमक, दाल, साबुन भी भेज सकते व्यापारी
रेलवे ने व्यापारियों को अब सामान्य ढुलाई के अलावा विविध खुदरा ढुलाई की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके तहत पार्सल ट्रेन से व्यापारी आटा, दाल, चावल, प्याज, आलू, साबुन, तेल सहित अन्य छोटे उत्पाद भी आसानी से भेज सकते हैं।