Indian Railways : IRCTC चलाने जा रही है चार और रामायण ट्रेन, अयोध्या से रामेश्वरम तक होंगे दर्शन

IRCTC Indian Railways भारतीय रेल आजकल धार्मिक पर्यटन पर जोर दे रहा है। यात्री भी इसे खूब पसंद कर रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए चार और रामायण सर्किट ट्रेन चलाने की घोषणा की गई है। इस ट्रेन में कई सुविधाएं हैं। आप भी जान लीजिए किराया....

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 06:05 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 06:05 AM (IST)
Indian Railways : IRCTC चलाने जा रही है चार और रामायण ट्रेन, अयोध्या से रामेश्वरम तक होंगे दर्शन
IRCTC चलाने जा रही है चार और रामायण ट्रेन, अयोध्या से रामेश्वरम तक होंगे दर्शन

जमशेदपुर : IRCTC जल्द ही चलाने जा रही है चार नए रामायण ट्रेन। इस ट्रेन से अयोध्या से रामेश्वरम तक तीर्थस्थल के होंगे दर्शन। रामायण सर्किट ट्रेन में 17 दिन की यात्रा के लिए एसी फर्स्ट क्लास की बुकिंग 102095 रुपये और सेकेंड क्लास में 82950 रुपये में होगी। राम भक्तों की मांग को देखते हुए चार और रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेन पटरी पर दौड़ने वाली है। इससे राम भक्तों के लिए IRCTC ने खुशखबरी लेकर आई है।

सात नवंबर 2020 से चल रही रामायण सर्किट ट्रेन

IRCTC ने पहली रामायण सर्किट ट्रेन सात नवंबर 2020 से चलाई जा रही है। इस ट्रेन की शेड्यूलिंग काफी पहले ही हो चुकी है। इस ट्रेन की बुकिंग फुल हो चुकी है और लगातार इस तरह की ट्रेन की मांग श्रद्धालुओं के तरफ से की जा रही है। इसी को ध्यान में रखकर IRCTC ने फैसला लिया है। इस ट्रेन के अलावा चार और रामायण सर्किट ट्रेन चलाई जाए। पहले दौर के रामायण सर्किट ट्रेन के बाद अब 16 नवंबर को दूसरी ट्रेन, 25 नवंबर को तीसरी ट्रेन, 27 नवंबर को चौथी और 20 जनवरी से पांचवी ट्रेन चलाई जा रही है।

क्या है रामायण सर्किट ट्रेन

रामायण सर्किट ट्रेन के जरिए भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे। इस ट्रेन से 7500 की यात्रा 17 दिन में पूरी होगी। यह टेन सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू होगी। यह ट्रेन यात्रियों को श्रीराम से जुड़े सभी धार्मिक स्थलों के दर्शन कराएगी। पूरी यात्रा में कुल 17 दिन लगेंगे। यात्रा का पहला पड़ाव अयोध्या होगा। जहां श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, श्रीहनुमान मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे। अयोध्या से यह ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी। जहां जानकी जन्म स्थान और नेपाल स्थित राम जानकारी मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे।

ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा। इसके बाद चित्रकुट और वहां से नासिक पहुंचेगी। नासिक के बाद प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी अगला पड़ाव होगा। जहां अंजनी पर्वत स्थित हनुमान जन्मस्थल के दर्शन कराए जाएंगे।इस ट्रेन का आखिरी पड़ाव रामेश्वरम होगा, रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन 17 वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी।

रामायण सर्किट ट्रेन क्या है खास

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस एसी पर्यटक ट्रेन में यात्री कोच के अतिरिक्त दो रेल डाइनिंग रेस्तरां, एक आधुनिक किचन कार और

यात्रियों के लिए फुट मसाज, मिनी लाइब्रेरी, आधुनिक शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध होगी। साथ ही सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड, इलेक्ट्रानिक लॉकर और सीसीटीवी कैमरे भी हर कोच में उपलब्ध रहेंगे।

यात्रा की पूरी अवधि के दौरान स्वच्छता व स्वास्थ्य का रहेगा पूरा ध्यान

यात्रा की पूरी अवधि के दौरान IRCTC की टीम स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी सभी प्रोटोकॉल का ध्यान में रखेगी। सभी पर्यटकों को फेस मास्क, हैंड ग्लब्स, सैनिटाइजर रखने के लिए एक सुरक्षा किट दी जाएगी। सभी पर्यटकों और कर्मचारियों का तापमान जांच और हॉल्ट स्टेशनों पर बार-बार ट्रेन को सैनिटाइजेशन सुनिश्चित किया जाएगा। हर भोजन सेवा के बाद रसोई और रेस्तरां को साफ और सैनिटाइज किया जाएगा।

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