फुलपाल गांव के टोला प्रधान समीर मुर्मू का निधन

घाटशिला प्रखंड के फुलपाल गांव के टोला प्रधान समीर मुर्मू (60) का सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन की सूचना पाकर माझी पारगना माहाल के प्रखंड अध्यक्ष बहादुर सोरेन ने गांव पहुंचकर दुख प्रकट किया..

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 09:00 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 09:00 AM (IST)
फुलपाल गांव के टोला प्रधान समीर मुर्मू का निधन
फुलपाल गांव के टोला प्रधान समीर मुर्मू का निधन

संस, घाटशिला : घाटशिला प्रखंड के फुलपाल गांव के टोला प्रधान समीर मुर्मू (60) का सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन की सूचना पाकर माझी पारगना माहाल के प्रखंड अध्यक्ष बहादुर सोरेन ने गांव पहुंचकर दु:ख प्रकट किया। माहाल के प्रखंड़ अध्यक्ष बहादुर सोरेन ने टोला प्रधान स्व समीर मुर्मू के शव के ऊपर माहाल का झंडा देकर सम्मानित किया। माहाल के प्रखंड अध्यक्ष बहादुर सोरेन ने टोला प्रधान समीर मुर्मू के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि समीर मुर्मू फुलपाल गांव के टोला प्रधान थे। उनका निधन सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। वे हमेशा समाज के कार्यो में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते रहे। बजरंग परिषद अखाड़ा समिति के पूर्व उस्ताद की मनी पुण्यतिथि : मऊभंडार शिव मंदिर बजरंग परिषद रामनवमी अखाड़ा समिति के पूर्व लाइसेंसी सह उस्ताद पोखन रेवानी की चौथी पुण्यतिथि सोमवार को मनाई गई। केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति के अध्यक्ष रूपेश दुबे, मऊभंडार शिव मंदिर कमेटी के महासचिव नवल सिंह, केंद्रीय अखाड़ा कमेटी के संरक्षक प्रकाश जायसवाल, संरक्षक शेखर रेवानी, महावीर क्लब अखाड़ा समिति के उस्ताद अशोक चौधरी, उपाध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह, मुनीब शर्मा, कमलेश सिंह ने उनके आवास पर जाकर आयोजित श्रद्धांजलि सभी में शामिल हुए। कमेटी के अध्यक्ष रूपेश दुबे ने कहा किपोखन रेवानी ने आजीवन शिव मंदिर बजरंग परिषद अखाड़ा के उस्ताद रहे। उन्होंने हिदू धर्म संस्कृति का हमेशा प्रचार प्रसार किया है। श्रमदान कर सिचाई नाला पर किया मेड का निर्माण : सोमवार को तीन गांव के ग्रामीणों ने श्रमदान कर बामणीशोल-सरबिला सिचाई नाला पर गार्डवाल की जगह मेड़ का निर्माण किया। सिचाई नाला पर पक्का गार्डवाल बनाने की वर्षों पुरानी मांग पूरी नहीं होने पर किसानों व ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर की है। इस नाले की लंबाई लगभग तीन किलोमीटर है। सिचाई नाला से सरबिला, राजाबेड़ा, बामनिशोल, सुंदरडीह, उकड़भाल एवं आमाडुबी की लगभग 20 हजार एकड़ जमीन को पानी मिलता है। लगभग 300 की संख्या में ग्रामीण महिला व पुरुष ने सिचाई नाले की मरम्मत करने का काम किया। मौके पर सांखो हांसदा, जदुनाथ टुडू, धनपति मुर्मू, भगीरथ हांसदा, सादिक किस्कू, चेतन मुर्मू, बुघराय किस्कू, ग्राम प्रधान मातला मुर्मू, नागी मंडी, तुलसी मुर्मू, करमी हांसदा समेत की उपस्थित थे।

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