Tokyo Olympics 2020 : गोल्डन गर्ल दीपिका बोली, अब सारा फोकस व्यक्तिगत तीरंदाजी पर, मैदान पर दर्शकों की अनुपस्थिति से दबाव हुआ कम

टोक्यो ओलिपिंक में भारतीय तीरंदाजी टीम ने भले ही मिक्सड डबल्स में निराश किया लेकिन गोल्डन गर्ल दीपिका कुमारी व्यक्तिगत स्पर्धा को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनका मानना है कि मैदान पर दर्शकों की अनुपस्थिति के कारण दबाव कम होगा।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 02:42 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 04:16 PM (IST)
Tokyo Olympics 2020 : गोल्डन गर्ल दीपिका बोली, अब सारा फोकस व्यक्तिगत तीरंदाजी पर, मैदान पर दर्शकों की अनुपस्थिति से दबाव हुआ कम
गोल्डन गर्ल दीपिका बोली, अब सारा फोकस व्यक्तिगत तीरंदाजी पर

जमशेदपुर। शनिवार का दिन। टोक्यो 2021 ओलंपिक की मिक्सड तीरंदाजी स्पर्धा के दौरान रुसी तीरंदाजी गर्मी के कारण बेहोश हो गई। लेकिन दूसरे खिलाड़ी लक्ष्य पर नजरे टिकाए हुए थे। दीपिका कुमारी एक तख्ती के बगल में खड़ी है, जिस पर विश्व नंबर वन लिखा हुआ है। दीपिका कुमारी की कोच पूर्णिमा महतो कहती है, वह निशाना साधते हुए बिल्कुल शांत नजर आ रही थी।

परिस्थितियों को संभालना जानती हैं दीपिका

दीपिका शीर्ष पर पहुंचने की बावजूद कभी सहज नजर नहीं आती। खेलों का सबसे बड़ा मंच ओलिंपिक में अभी तक दीपिका का प्रदर्शन औसत ही रहा है। पिछले दो ओलिंपिक में उनके पास अनुभव की कमी थी। लेकिन अब वह काफी मैच्योर हैं। परिस्थितयों को संभालना जानती है। दर्शक दीर्घा में प्रशंसकों की अनुपस्थिति हर खिलाड़ी को खलता है। हालांकि दीपिका कुमारी कहती है, यह हमारे लिए एडवांटेज है।

रियो व लंदन ओलंपिक में ले चुकी है भाग

2012 में लंदन ओलिंपिक में दीपिका इस मंच के लिए काफी छोटी व अनुभवहीन थी। उस समय भी वह विश्व की सर्वश्रेष्ठ तीरंदाज थी। लेकिन पहले ही राउंड में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। चार साल बाद रियो ओलंपिक में उन्होंने अंतिम 16 में जगह बनाई।

रांची की राजकुमारी दीपिका कुमारी को ओलंपिक्स में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा।

खिलाड़ियों के लिए गर्मी बना परेशानी का सबब

टोक्यो ओलिंपिक में उन्होंने 72 तीरों के रैंकिंग दौर में 663 के स्कोर के साथ नौवें स्थान पर रहकर व्यक्तिगत दौर में ओलंपिक पदक के लिए नए अभियान की शुरुआत की। पूर्णिमा महतो कहती हैं, गर्मी और उच्च आर्द्रता कई तीरंदाजों के लिए मुश्किलों का सबब बना हुआ है। रूसी तीरंदाज स्वेतलाना गोम्बेवा बेहोश हो गईं और उन्हें मैदान पर डॉक्टरों द्वारा इलाज करना पड़ा। पूरे खेलों के दौरान टोक्यो में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहने की उम्मीद है। हालांकि रैंकिंग राउंड में दीपिा कुमारी पर सूरज का कोई असर नहीं पड़ा। पिछली तीरंदाजी चैंपियनशिप में उन्होंने ऐसी ही गर्मी का सामना किया था।

बोली दीपिका-टोक्यो में अलग तरह की चुनौती

दीपिका कुमारी ने कहा, अब सारा फोकस व्यक्तिगत स्पर्धा पर है। टोक्यो ओलिंपिक में अलग तरह का चैलेंज है। दबाव बहुत अधिक है। हमें कई तरह के प्रोटोकॉल का सामना करना पड़ता है। लेकिन दर्शकों की अनुपस्थिति ने थोड़ा दबाव कम कर दिया है। हाल ही में दीपिका ने तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है। उनके हालिया फॉर्म और प्रदर्शन से उनका आत्मविश्वास बढ़ना चाहिए। ग्वाटेमाला सिटी विश्व कप में स्वर्ण जीतकर 27 वर्षीय ने खेलों के लिए अच्छी तैयारी की। हालांकि वह खुद से आगे नहीं निकलने को लेकर सचेत हैं। मैं एक समय में सिर्फ एक कदम उठाने की सोच रही हूं। फोकस व्यक्तिगत राउंड पर है। रैंकिंग राउंड में मैंने बेहतर किया है, और मैं आत्मविश्वास के साथ शूटिंग कर रही हूं।

खेल मनोवैज्ञानिक सीखा रहे दबाव कम करने के गुर

दीपिका कुमारी के साथ एक खेल मनोवैज्ञानिक भी है, जो उन्हें दबावों को कम करने के गुर बतलाते हैं। "आपको यह जानना होगा कि मैच के दौरान कठिन परिस्थितियों को कैसे संभालना है और शांत रहना है। यही सफलता की कुंजी है।" इस बार, वह अपने पति और टीम के साथी अतनु दास के साथ एक बेहतर स्थान पर है। युगल वह मिश्रित टीम स्पर्धा के लिए जोड़ी बनाने की उम्मीद कर रही थी, लेकिन अतनु दास रैंकिंग दौर में भारतीयों के बीच प्रवीण जाधव के बाद दूसरे स्थान पर रहे। शनिवार को भारत की मिक्सड डबल्स टीम को कोरिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा। कोरिया के शीर्ष तीन तीरंदाजन सैन, जंग मिन्ही और कांग चायॉन्ग कोविड महामारी के बाद पहली बार टोक्यो ओलिंपिक में उतरे हैं।

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