एमजीएम में कोरोना जांच करने वाली तीन आरटी-पीसीआर मशीन खराब, चार हजार सैंपल भेजा जाएगा हजारीबाग

महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में कोरोना जांच करने वाली तीन आरटी-पीसीआर मशीन खराब हो गई है। सिर्फ एक ही मशीन सही ढंग से काम कर रही है। बाकी मशीन पूरी तरह से काम नहीं कर रही है। जिसके कारण 17 हजार 482 नमूनों की जांच नहीं हो पाई है।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 02:32 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 02:32 PM (IST)
एमजीएम में कोरोना जांच करने वाली तीन आरटी-पीसीआर मशीन खराब, चार हजार सैंपल भेजा जाएगा हजारीबाग
आरटी पीसीआर मशीन खराब होने से कोरोना जांच प्रभावित हो रही है।

 जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में कोरोना जांच करने वाली तीन आरटी-पीसीआर मशीन खराब हो गई है। सिर्फ एक ही मशीन सही ढंग से काम कर रही है। बाकी मशीन पूरी तरह से काम नहीं कर रही है। जिसके कारण 17 हजार 482 नमूनों की जांच नहीं हो पाई है। लैब के चिकित्सकों ने बताया कि पूर्व के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला द्वारा एमजीएम मेडिकल कॉलेज को एक आरटी-पीसीआर मशीन उपलब्ध कराई गई थी जो फिलहाल सही ढंग से काम कर रही है। बाकी तीन सही ढंग से काम नहीं कर रही है। एक आरटी-पीसीआर मशीन को बनाने में साढ़े छह लाख रुपये खर्च बताया गया है। वहीं, कर्मचारियों का भी भारी कमी है। चिकित्सकों का कहना है कि शुरुआती दिनों में कर्मचारी कम होने के बावजूद भी वे दिन-रात काम किए और बेहतर परिणाम देने में सफल रहें। लेकिन, अब कर्मचारी छुट्टी की मांग करने लगे है। पहले रविवार को भी सभी नियमित रूप से लैब आते थे लेकिन अब नहीं पहुंच रहे हैं। जिसके कारण थोड़ा परेशानी जरूर हो रही है। हालांकि, अभी भी एक हजार से अधिक नमूनों की जांच हो रही है।

चार हजार नमूना भेजा जाएगा हजारीबाग

पूर्वी सिंहभूम जिले में अभी तक कुल चार लाख 45 हजार 06 संदिग्ध मरीजों का नमूना लिया गया है। इसमें तीन लाख 87 हजार 24 लोगों की जांच हो चुकी हैं। बाकी 17 हजार 482 लोगों की जांच पेंडिंग है, जो खतरनाक साबित हो सकता है। इसे देखते हुए चार हजार सैंपल हजारीबाग मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजा जाएगा। वहीं, पूर्वी सिंहभूम जिले में भी जांच में तेजी लाने को निर्देश उपायुक्त ने दिया है।

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