Natural Gift Oxygen : झारखंड के घाटशिला के इस प्रोफेसर ने बंद कराई फूल माला व गुलदस्ता की प्रथा, आप भी कर सकते हैं

Natural Gift Oxygen नाम प्रोफेसर इंदल पासवान। इंदल सर घाटशिला कॉलेज में पढ़ाते हैं। सिर्फ यहीं नहीं घाटशिला कॉलेज एनएसएस पदाधिकारी हैं। पौधारोपण इनका जुनून है। अब तक वे 90 हजार से अधिक पौधे लगा चुके हैं और उसमें से वे 25 हजार पौधों को बचाने में कामयाब हुए हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:11 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:11 PM (IST)
Natural Gift Oxygen : झारखंड के घाटशिला के इस प्रोफेसर ने बंद कराई फूल माला व गुलदस्ता की प्रथा, आप भी कर सकते हैं
घाटशिला के इस प्रोफेसर साहेब ने एक पेड़ जान के लिए-जहान के लिए मुहिम शुरू की है।

वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर। नाम प्रोफेसर इंदल पासवान। इंदल सर घाटशिला कॉलेज में पढ़ाते हैं। सिर्फ यहीं नहीं, घाटशिला कॉलेज एनएसएस पदाधिकारी हैं। पौधारोपण इनका जुनून है। अब तक वे 90 हजार से अधिक पौधे लगा चुके हैं और उसमें से वे 25 हजार पौधों को बचाने में कामयाब हुए हैं।

पिछले तीन वर्ष घाटशिला के इस प्रोफेसर साहेब ने एक पेड़ जान के लिए-जहान के लिए मुहिम शुरू की है। इसके तहत रांची से लेकर बहरागोड़ा तक के मुक्तिधामों में पौधे रोपित किए जा रहे हैं। उनके प्रयास से जामताड़ा में भी पांच हजार साल के पौधे रोपित हुए। वर्तमान में उन्होंने घाटशिला के फुलडुंगरी से तामुकपाल लगभग तीन किलोमीटर तक हाइवे किनारे 100 महुआ के बीज रोपित कर चुके हैं। इसमें से अब पौधा निकलने लगा है। सिर्फ यही नहीं वे शहीदों की याद में एक पार्क भी बनवा रहे हैं। इस पार्क को पूरी तरह हरा भरा करने की योजना पर घाटशिला के एसडीओ सत्यवीर रजक के साथ मिलकर कर रहे हैं। इस प्रोफेसर साहेब को अपने अभियान को बल देने के लिए अपने स्तर से एक मुहिम छेड़ रखी है। वे जहां भी जाते हैं एक पौधा उपहार स्वरूप देते हैं। पूरे घाटशिला क्षेत्र में इन्होंने फूल माला व गुलदस्ता देने की प्रथा को पूरी तरह बंद करवा दिया। अब कोई भी कार्यक्रम होने पर यहां अतिथियों को पौधा भेंट किया जाता है। सिर्फ यहीं वे जहां भी किसी के जन्म दिन या शादी समारोह में जाते हैं तो वे पौधा ही उपहार देते हैं। उनके सभी साथी यह कार्य करते हैं।

2009 से कर रहे पौधारोपण का कार्य

प्रोफेसर इंदल पासवान बताते हैं कि वे 2009 से पौधारोपण का कार्य इस क्षेत्र में कर रहे हैं। उन्होंने दैनिक जागरण के मिशन ऑक्सीजन कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे ही प्रयासों से हम भविष्य को सुरक्षित रख सकेंगे। उन्होंने कहा कि वे 14 जून को कोरोना से दिवंगत हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद व्यापाक स्तर पर पौधारोपण करेंगे।

22 से प्रारंभ होगा झारखंड की अनोखी प्रतियोगिता

प्रोफेसर इंदल पासवान ने अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए पर्यावरण के लिए कार्य करने वाली एक और संस्था अभियान फॉर बेटर टूमोरो का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि अभियान फॉर बेटर टूमोरो एक अनोखे अभियान की शुरुआत पूर्वी सिंहभूम जिले में प्रारंभ करने जा रही है। यह संस्था बच्चों के बीच पौधारोपण प्रतियोगता करवाने जा रही है। यह हूल दिवस को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। इसकी शुरुआत 22 जून से प्रारंभ होगी। बच्चों को 22 जून से लेकर 27 जून तक पौधे रोपित करने है। इस दौरान उन्हें एक छोटा सा दो मिनट का वीडियों बनाना होगा, जिसमें बच्चे यह दिखाएंगे कि किस तरीके से पौधों को रोपित किया तथा इसके सुरक्षा का क्या उपाय किए गए। संस्था की ओर से दस सर्वश्रेष्ठ पौधारोपण करने वाले बच्चों को हुल दिवस के दिन पुरस्कृत किया जाएगा। एक पेड़ जान के लिए-जहान के लिए चला रहे मुहिम रांची से लेकर बहरागोड़ा तक मुक्तिधाम में रोपित किए जा रहे पौधे जामताड़ा में भी लगाए 5 हजार साल के पौधे हाइवे किनारे तीन किमी तक 100 महुआ के बीज भी लगाए

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