झारखंड के देवघर में बैठा है साइबर अपराधियों का सरगना, मध्य प्रदेश पुलिस की पकड में आए युवक ने खोले राज
साइबर ठगों का गिराह पूरे झारखंड में सक्रिय है जिसमें करीब ग्यारह सदस्य शामिल हैं । इसका सरगना देवघर का है। साइबर ठगी कर राशि को नितिन के खाते पर डाला जाता है। इसके बाद कमीशन काटकर अन्य सदस्यों के खाते पर ट्रांसफर कर दिया करता है।
गम्हरिया। जमशेदपुर के सटे सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र के आदर्श नगर से मध्यप्रदेश के बालाघाट साइबर पुलिस द्वारा साइबर क्राइम मामले में गिरफ्तार 19 वर्षीय युवक विकास कुमार उर्फ नितिन को मंगलवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। बीते सोमवार को गम्हरिया पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया गया था।
उसके पास से पुलिस ने एक कप्यूटर, मोबाइल, एक दर्जन क्रेडिट कार्ड व एटीएम कार्ड के साथ-साथ मोबाइल में लगा चीप भी बरामद किया था। गम्हरिया थाना प्रभारी कृष्ण मुरारी ने बताया कि गिरफ्तार विकास कुमार लोगों का बैंक अकाउंट हैक कर रुपए निकालने के मामले में संलिप्त था। हाल ही में उसपर बैंक एकाउंट हैक कर करीब छह लाख रुपये निकालने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश की बालाघाट साइबर पुलिस की टीम उसका मोबाइल ट्रेस करते हुए निरीक्षक धीरेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में गम्हरिया तक पहुंची। इसके बाद गम्हरिया थाना पुलिस के सहयोग से साइबर पुलिस उसे आदर्श नगर से उसे गिरफ्तार कर मप्र ले गई जहां कल उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
देवघर का है सरगना
थाना प्रभारी ने बताया कि साइबर ठगों की टीम पूरे प्रदेश में सक्रिय है जिसमें करीब ग्यारह सदस्य शामिल हैं तथा इसका सरगना देवघर का है। उन सदस्यों द्वारा साइबर ठगी कर राशि को नितिन के खाते पर डाला जाता था। इसके बाद विकास उस राशि में अपना तय कमीशन काटकर अन्य सदस्यों के खाते पर ट्रांसफर कर दिया करता था। बताया जाता है कि विकास उर्फ नितिन 12वीं कक्षा का छात्र है और करीब एक वर्ष से साइबर ठगों से जुड़कर यह काम कर रहा था। उसके पिता सत्येंद्र कुमार औद्योगिक क्षेत्र स्थित कम्पनी में कार्य करते हैं। परिवार में उसके माता-पिता के साथ उसका एक भाई भी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद सभी गम्हरिया थाना पहुंचे थे और नितिन को निर्दोष बताते हुए उसे छोड़ने की गुहार लगा रहे थे।
इस तरह जुडा साइबर गैंग से
इधर, उसे गिरफ्तार करने आई मध्यप्रदेश साइबर पुलिस द्वारा बताया गया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए मप्र से रविवार को तीन टीम झारखंड पहुंची जिनके द्वारा गम्हरिया के अलावा रांची व देवघर में छापामारी की गइ। बताया गया है कि गिरोह में शामिल विकास के अन्य साथियों में पंकज (शंकर घाट कॉलोनी, बालाघाट), राहुल व गौतम ( बालाघाट) को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के दौरान नितिन उर्फ विकास ने पुलिस को बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व वह अपने मित्र दीपक के माध्यम से रांची के हरमु निवासी उसके भाई सुशांत अग्रवाल से पहचान हुई थी। सुशांत के साथ जुड़कर वह संजय महतो के साथ मिलकर ऑनलाइन ठगी करने का काम करता था। उसके द्वारा ठगी से प्राप्त रकम व क्रेडिट कार्ड का पैमेंट करने पर संजय उसे कमीशन देता है। कमीशन का पैसा विकास के द्वारा सुशांत को भी दिया जाता था। विकास और संजय को जो पैसा मिलता था उससे सुशांत अमेजन व फ्लीपकार्ट पर मोबाइल खरीदकर उसे बालाघाट निवासी हुकूम बासेन के द्वारा बताए गए पते पर भेज देता था। उस मोबाइल को बेचकर जो पैसा मिलता था उसका कमीशन काटकर अलग-अलग माध्यम से हुकुम उसे और संजय को ट्रांसफर कर देता था। इस ठगी से प्रतिमाह उसे करीब 30 हजार रुपए की आमदनी होती है।