दुनिया भर में बढ़ रहा है इलेक्ट्रिक कार का क्रेज, लेकिन भारतीयों का अलग है नजरिया, जानते हैं क्या है वो

पूरी दुनिया की कार कंपनियां अब डीजल-पेट्रोल के वाहनों के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर दे रही है। टाटा मोटर्स ने पहले ही जगुआर लैंडओवर में 2025 तक इलेक्ट्रिक वाहन में बदलने की घोषणा कर चुकी है। लेकिन ग्राहकों के बीच सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है...

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:02 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:07 AM (IST)
दुनिया भर में बढ़ रहा है इलेक्ट्रिक कार का क्रेज, लेकिन भारतीयों का अलग है नजरिया, जानते हैं क्या है वो
दुनिया भर में बढ़ रहा है इलेक्ट्रिक कार का क्रेज

जमशेदपुर : दुनिया भर में इलेक्ट्रिक कारों का क्रेज बढ़ता जा रहा है। इलेक्ट्रिक कार खरीदने के लिए सरकार भी खरीदारों को सब्सिडी दे रही है। इसके अलावा कंपनी कार निर्माता कंपनियां इलेक्ट्रिक कार के नए-नए मॉडल बाजार में उतार रही है। लेकिन भारतीय जनता का क्रेज और नजरिया कुछ अलग है। एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है

ईवाई ने किया है 13 देशाें में सर्वे

एक कंसल्टेंसी फर्म ईवाई ने भारत सहित विश्व के 13 देशों की जनता के बीच सर्वे किया है। इसमें कार चलाने वाले 41 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि भविष्य में उनकी अगली कार इलेक्ट्रिक वाली हो। इस सर्वे में आस्ट्रेलिया, कनाड़ा, चीन, जर्मनी, भारत, इटली, जापान, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, स्वीडन और यूनाइटेड किंकडम के लोग शामिल थे।

भारत के लोगों की अवधारणा अलग

इस सर्वे में एक नया खुलासा हुआ और वो यह है कि भारत के 65 प्रतिशत लोग अब भी पेट्रोल और डीजल वर्जन की कार खरीदना चाहते हैं। इसके अलावा दूसरे देशों में रहने वाले लोगों का मत भी इलेक्ट्रिक कार को लेकर भिन्न है। सर्वे द्वारा जो परिणाम सामने आए हैं उसके तहत आस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा 75 प्रतिशत लोग पेट्रोल व डीजल वर्जन की कार ही भविष्य में चलाना चाहते हैं। इसके अलावा इटली के 63 प्रतिशत, कनाड़ा में 59 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया के 56 प्रतिशत, सिंगापुर के 55 प्रतिशत, चीन के 51 प्रतिशत के लोग मानते हैं कि वे भविष्य में इलेक्ट्रिक कार की बजाए परंपरागत वर्जन की कार लेना पसंद करेंगे।

दुनिया भर में इसलिए बढ़ रही है इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड

सर्वे के अनुसार दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर जो डिमांड बढ़ रही है। उसकी मुख्य वजह पर्यावरण संरक्षण है। 49 प्रतिशत लोग यह मानते हैं कि उनके इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी। जबकि 29 प्रतिशत लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से मिलने वाली सब्सिडी को लेकर उत्साहित है। इसके अलावा 28 प्रतिशत लोग मानते हैं कि परंपरागत कार की तुलना में इलेक्ट्रिक कार में नई-नई रेंज है जबकि 28 प्रतिशत लोग उपलब्ध चार्जिंग स्टेशन से संतुष्ट हैं।

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