टाटा स्टील का ग्रेड रिवीजन फार्मूला दूसरी कंपनियों में होगा प्रभावी Jamshedpur News

टाटा स्टील का ग्रेड रिवीजन फार्मूला दूसरी कंपनियों में भी प्रभावी होगा। टाटा स्टील की दो अनुषंगी इकाई सहित टिमकेन इंडिया लिमिटेड में ग्रेड रिवीजन समझौता लंबित है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 08:04 AM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 08:04 AM (IST)
टाटा स्टील का ग्रेड रिवीजन फार्मूला दूसरी कंपनियों में होगा प्रभावी Jamshedpur News
टाटा स्टील का ग्रेड रिवीजन फार्मूला दूसरी कंपनियों में होगा प्रभावी Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील का ग्रेड रिवीजन फार्मूला दूसरी कंपनियों में भी प्रभावी होगा। टाटा स्टील की दो अनुषंगी इकाई, टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को), टाटा रॉबिन्स फ्रेजर (टीआरएफ) सहित टिमकेन इंडिया लिमिटेड में ग्रेड रिवीजन समझौता लंबित है।

टाटा स्टील में पहले पांच वर्षो के लिए ग्रेड रिवीजन समझौता होता था। लेकिन 2012 में इसकी अवधि बढ़ाकर छह साल हुई। अब सितंबर 2019 में जो वेतन समझौता हुआ वह छह के बजाए सात वर्षो के लिए किया गया है। इसमें कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी हुई जो 31 दिसंबर 2024 तक प्रभावी रहेगा। इसमें कर्मचारियों के मिनिमम गारेंटेड बेनीफिट (एमजीबी) को बढ़ाया गया है तो अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआइसीपीआइ) के तहत फिक्स डीए को भी 500 से बढ़ाकर 800 किया गया है। इसके अलावे कर्मचारियों के भत्तों में भी बढ़ोतरी की गई है।

डीए परप्वाइंट को ढ़ाई रुपये से बढ़ाकर तीन रुपये

साथ ही कर्मचारियों का डीए परप्वाइंट को ढ़ाई रुपये से बढ़ाकर तीन रुपये किया गया है। इसके अलावे कर्मचारियों को पहली बार नए भत्ते के रूप में इंटरनेट एलाउंस के रूप में 300 रुपये दे रही है। जबकि बच्चों की पढ़ाई के लिए पहले हर एक कर्मचारी को शिक्षा भत्ता मिलता था, जबकि उनके बच्चों की पढ़ाई भले ही पूरी क्यों न हो गई हो। लेकिन नए वेतन समझौते के बाद वैसे कर्मचारियों को बच्चों के लिए शिक्षा भत्ता मिलेगा जो अपने बच्चों के फीस की रसीद कंपनी प्रबंधन द्वारा बनाए गए एप में अपलोड करेंगे। इससे कंपनी प्रबंधन को काफी बचत होगी।

जुस्को में लंबित है वेतन समझौता

टाट स्टील की अनुषंगी इकाई, टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) में लगभग 800 कर्मचारी हैं जिनका वेतन समझौता पहली जनवरी 2018 से लंबित है। पहले यहां भी कर्मचारियों का वेतन समझौता टाटा स्टील की तर्ज पर पांच वर्षों के लिए ही होता था। लेकिन टाटा स्टील मदर प्लांट है। ऐसे में टाटा स्टील की तर्ज पर यहां भी सात वर्षों के लिए वेतन समझौता होना स्वाभाविक है।

टीआरएफ में भी लंबित है ग्रेड रिवीजन

टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई टाटा रॉबिंस फ्रेजर फिलहाल मंदी के दौर से गुजर रहा है। कर्मचारियों का पिछले तीन वर्षों से वेतन समझौता लंबित है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जब भी कर्मचारियों का वेतन समझौता होगा, वह टाटा स्टील की तर्ज पर ही होगा।

टिमकेन में भी नहीं हुआ है वेतन समझौता

बेयरिंग बनाने वाली कंपनी टिमकेन इंडिया में भी ग्रेड रिवीजन समझौता लंबित है। कंपनी में वेतन समझौता पहली अप्रैल 2018 से लंबित है। लेकिन कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी पर टिमकेन प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच सहमति नहीं बन पाई। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि अब कंपनी में पांच वर्षो के बजाए छह या सात वर्षो के लिए वेतन समझौता होगा।

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