टाटा स्टील अब रूस से भी मंगाएगी कोयला, केंद्रीय इस्पात मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट

टाटा स्टील अब तक स्टील उत्पादन के लिए आस्ट्रेलिया से ही काेयला (कोकिंग कोल) मंगाती आ रही है लेकिन अब रूस से भी इसका आयात किया जाएगा। टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक व चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर (एमडी व सीइओ) टीवी नरेंद्रन ने इस आशय की रिपोर्ट केंद्रीय इस्पात...

By Vikram GiriEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 11:32 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 09:28 AM (IST)
टाटा स्टील अब रूस से भी मंगाएगी कोयला, केंद्रीय इस्पात मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट
टाटा स्टील अब रूस से भी मंगाएगी कोयला। जागरण

जमशेदपुर (जासं) । टाटा स्टील अब तक स्टील उत्पादन के लिए आस्ट्रेलिया से ही काेयला (कोकिंग कोल) मंगाती आ रही है, लेकिन अब रूस से भी इसका आयात किया जाएगा। टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक व चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर (एमडी व सीइओ) टीवी नरेंद्रन ने इस आशय की रिपोर्ट केंद्रीय इस्पात मंत्रालय को दी है। नरेंद्रन ने कहा है कि टाटा स्टील ने हाल ही में रूस से कोयला आयात किया है, जिसका ब्लास्ट फर्नेस में उपयोग करके परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण में बेहतर परिणाम आ रहे हैं। एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में नरेंद्रन ने कहा कि इस्पात मंत्रालय का भी सुझाव था कि किसी एक देश पर किसी खास उत्पाद के लिए निर्भरता नहीं होनी चाहिए। टाटा स्टील ने इसी संदर्भ में यह प्रक्रिया शुरू की है।

इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अब तक 56 मिलियन टन कोयला प्रतिवर्ष आयात किया जाता है, जिसकी लागत लगभग 72,000 करोड़ रुपये है। इसमें 45 मिलियन टन कोयला टाटा स्टील मंगाती है। नरेंद्रन ने कहा है कि रूस का ईस्ट कोस्ट कोकिंग कोल का अच्छा स्रोत हाे सकता है। यहां बेहतर गुणवत्ता वाले कोयले का पर्याप्त भंडार है। यदि रूस के कोयले की गुणवत्ता बेहतर निकलती है, तो हम भविष्य में यहां से आयात करेंगे। इससे आस्ट्रेलिया पर निर्भरता नहीं रहेगी। ज्ञात हो कि टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में 11 मिलियन टन प्रतिवर्ष इस्पात का उत्पादन हो रहा है, जबकि कलिंगनगर (ओडिशा) में तीन मिलियन टन प्रतिवर्ष उत्पादन की क्षमता है।

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