Tata Steel ने कोविड चुनौतियों को भी अपनाया, भविष्य के लिए भी निवेश किया : टीवी नरेंद्रन

टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक व ग्लोबल सीईओ टीवी नरेंद्रन ने कहा कि कंपनी ने न सिर्फ दो वैश्विक महामारी झेली बल्कि विपरीत परिस्थितियों में भविष्य के लिए निवेश किया। समय के अनुसार एचआर पॉलिसी में भी बदलाव किया गया।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 06:00 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 09:51 AM (IST)
Tata Steel ने कोविड चुनौतियों को भी अपनाया, भविष्य के लिए भी निवेश किया : टीवी नरेंद्रन
टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन। फाइल फोटो

जमशेदपुर : टाटा स्टील ने कोविड 19 के कारण उत्पन्न चुनौतियों को न सिर्फ अपनाया बल्कि उसके अनुकूल हुए और भविष्य के लिए भी निवेश किया। यह कहना है टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन का। एक अखबार को दिए साक्षात्कार में टीवी नरेंद्रन ने ये बातें कहीं।

बकौल नरेंद्रन, कोविड 19 महामारी ने केवल वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को ही नहीं प्रभावित किया बल्कि मानव जीवन और लोगों की आजीविका का भी अभूतपर्व नुकसान हुआ। ऐसे कठिन समय में पूरा देश इस वैश्विक महामारी के खिलाफ सभी एकजुट हुए। वर्ष 2020 के शुरूआत में हमने भी इस चुनौती से निपटने के लिए अपने स्तर से तैयारी की और चुनौती को अवसर के रूप में अपनाया।

यूरोप ऑपरेशन में सबसे पहले पहल की

बकौल नरेंद्रन, यूरोप में कोविड 19 महामारी का असर सबसे पहले देखा गया। इस नई चुनौती का सामना करने के लिए हमने कंपनी के वरीय अधिकारियों का एक इको सिस्टम तैयार किया जो न सिर्फ कर्मचारी बल्कि समुदाय के जीवन को सामान्य कर सके। ये कमेटी हर दिन प्लांट व माइनिंग में काम करने वाले हमारे कर्मचारियों, उनके परिवार व समुदाय के स्वास्थ्य व सुरक्षा की समीक्षा करती थी। लॉकडाउन लगने पर हमने स्टील उत्पादन को आवश्यक सेवाओं की श्रेणी के तहत सरकार से अनुमति लेकर सभी कोविड मानकों का अनुपालन करते हुए उत्पादन को जारी रखा।

कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि

बकौल नरेंद्रन, कर्मचारियों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। कोविड महामारी से अपने कर्मचारियों को बचाने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए हमने ऑफिस, माइनिंग क्षेत्र व प्लांट में भी कई सुरक्षा मानकों को अपनाया। सभी के लिए हमने कोविड 19 गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क पहनने, शारीरिक दूरी का पालन करने अनिवार्य किया साथ ही सामूहिक बैठक पर रोक लगाई। हालांकि स्थिति की समीक्षा के लिए हमने ऑनलाइन ही सभी बैठकें आयोजित की। कोविड 19 से अपने कर्मचारियों को बचाने के लिए हमने पॉड सिस्टम को भी क्रियान्वित किया ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके। साथ ही हमने कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए निशुल्क कोविड टेस्ट की व्यवस्था की। इसके अलावा बाहर से आने वाले कर्मचारियों के लिए क्वारंटाइन नियमों का सख्ती का पालन किया।

स्थिति पर रखा नजर, नहीं बढ़ने दिया स्टॉक

एमडी ने बताया कि कोविड 19 महामारी के दौरान लॉकडाउन होने से जब घरेलू बाजार प्रभावित हुए तो हमने पूरी स्थिति पर नजर रखा और अपना स्टॉक को बढ़ने नहीं दिया। साथ ही कैश फ्लो को भी बनाए रखा। हमने नए वेंडर बनाए और सप्लाई चेन को मजबूत किया। वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही में हमने अपने उत्पादन का 50 प्रतिशत विदेश निर्यात करते हुए उत्पादन को सुचारू रूप से बरकरार रखा।

टीम भावना को बरकरार रखी

एमडी ने बताया कि महामारी के कठिन दौर में हमने कर्मचारियों में टीम भावना को बरकरार रखा। इस दौरान न सिर्फ कर्मचारियों बल्कि हमारे सप्लायर, डीलर और डिस्ट्रीब्यूटर को एक साथ लाने में मदद हुई। वित्तीय वर्ष 2021 दूसरी तिमाही में जब कोविड 19 के कारण थोड़ी ढ़ील मिली तो अपनी लॉजिस्टिक व्यवस्था को मजबूत करने हुए भारतीय घरेलू बाजार में सप्लाई को मजबूत किया। इससे हमारे एजाइल बिजनेस मॉडल को भी मजबूती मिली।

पांच मिलियन टन विस्तार को दी मंजूरी

एमडी ने बताया कि बेहतर स्टील बाजार को देखते हुए हमने कलिंगनगर में पांच मिलियन टन विस्तारीकरण प्रोजेक्ट को मंजूरी दी जो वर्ष 2024 में पूरा होगा। इसके अलावा बेहतर सेल्स की मदद से ही हमने अपने शुद्ध कर्ज को भी 28 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिली।

डिजिटलाइजेशन को दिया बढ़ावा

एमडी ने बताया कि जब कोविड 19 महामारी का प्रकोप बढ़ा तब टाटा स्टील में डिजिटलाइजेशन योजना मूर्त रूप ले रही थी जिससे हमें काफी मदद मिली। हमें अपने नए बिजनेस मॉडल को क्रियान्वित करने में आसानी हुई। हमने अपने आइटी सिस्टम को भविष्य की जरूरत मानते हुए निवेश किया। कंपनी में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा दिया ताकि कर्मचारी बिना दूसरे कर्मचारियों के संपर्क में आए बिना उत्पादन को बरकरार रखे। इसके लिए हमने कभी भी-कहीं से भी काम को तरजीह दी।

एचआर पॉलिसी में किया बदलाव

एमडी ने बताया कि कोविड 19 के कठिन दौर में कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए हमने अपनी एचआर पॉलिसी में कई बदलाव किए। एजाइल वर्किंग मॉडल, वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा देते हुए लीव पॉलिसी में बदलाव लाए। कर्मचारियों के लिए कोविड 19 प्रोटेक्शन स्कीम की शुरूआत की। जिसके तहत किसी कर्मचारी की मौत होने पर उनके आश्रित को संबधित कर्मचारी के 60 वर्षो तक उसका ग्रॉस वेतन मिलता रहेगा। इसके अलावा मेडिकल व बच्चों की पढ़ाई स्कीम को भी मजबूती प्रदान की।

61 हजार टन लिक्विड आक्सीजन की आपूर्ति की

एमडी ने बताया कि कोविड 19 में जब आक्सीजन की किल्लत हुई तो टाटा स्टील आगे बढ़कर मदद को सामने आई। हमने 12 जून तक देश के विभिन्न राज्यों को 61 हजार टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति की। साथ ही जरूरी दवा, कोविड केयर सेंटर की स्थापना के अलावा कंस्ट्रेटर भी सरकार को उपलब्ध कराए। इसके अलावा कोविड 19 से प्रभावित 10 लाख लोगों तक अपनी पहुंच बनाई। उनकी काउंसलिंग, निशुल्क पौष्टिक आहार, होम आइसोलेशन किट सहित सूखा राशन भी उन तक पहुंचाए।

हमने देखा दो वैश्विक महामारी

एमडी का कहना है कि 100 साल से भी अधिक पुरानी टाटा स्टील ने दो वैश्विक महमारी को न सिर्फ देखा बल्कि उससे उत्पन्न चुनौतियों का भी डटकर सामना किया। व्यापार में आए उतार-च्ढ़ाव में हम अपनी नैतिकता और विरासत को बरकरार रखा। साथ ही हमने अपनी गुणवत्ता में सुधार करते हुए राष्ट्र निर्माण में निरंतर रूप से आगे बढ़ रहे हैं।

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