10 महीने बाद भी नहीं हुई 500 कर्मचारी पुत्रों की बहाली Jamshedpur News

टाटा स्टील में सितंबर 2019 में हुए ग्रेड रिवीजन समझौते के बाद घोषणा हुई थी कि अगले छह माह के अंदर 500 नए कर्मचारियों पुत्रों की कंपनी में बहाली होगी।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 07:56 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 07:56 PM (IST)
10 महीने बाद भी नहीं हुई 500 कर्मचारी पुत्रों की बहाली Jamshedpur News
10 महीने बाद भी नहीं हुई 500 कर्मचारी पुत्रों की बहाली Jamshedpur News

जमशेदपुर (जासं) । टाटा स्टील में सितंबर 2019 में हुए ग्रेड रिवीजन समझौते के बाद घोषणा हुई थी कि अगले छह माह के अंदर 500 नए कर्मचारियों के पुत्रों की कंपनी में बहाली होगी। लेकिन 10 माह बीते अब तक इसकी सुगबुगाहट भी शुरू नहीं हुई है। टाटा स्टील में जब ग्रेड रिवीजन समझौता हुआ तो कर्मचारियों से लेकर कमेटी मेंबरों को उम्मीद थी कि पिछली बार की तुलना में इस बार ग्रेड बेहतर होगा। लेकिन एनएस ग्रेड से लेकर स्टील वेज कर्मचारियों को काफी मायूसी हुई। एनएस कर्मचारियों का डीए परप्वाइंट जस का तस रह गया।  पूर्व अध्यक्ष पीएन ङ्क्षसह ने वेतन समझौता पांच वर्ष को बढ़ाकर छह वर्ष किया तो स्पैन को भी 17 से बढ़ाकर 20 करवाया था। साथ ही मिनिमम गारेंटेड बेनीफिट (एमजीबी) 18.25 प्रतिशत दिलवाया था।

लेकिन इस बार यह 12.75 प्रतिशत पर ही सिमट कर रह गया। इसके अलावे कंपनी में बहाल होने वाले नए एनएस ग्रेड कर्मचारियों की इंट्री पर उन्हें बिना एमजीबीव बिना डीए की नई प्रथा शुरू कर दी। इसके अलावे स्टील वेज कर्मचारियों का डीए फ्रीज हुआ सो अलग। उन्हें मेडिकल एक्सटेंशन से भी हाथ धोना पड़ा। लेकिन यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने तब दावा किया कि वे भविष्य की जरूरत को ध्यान में रखकर समझौता किए हैं। और समझौते के साथ ही नए कर्मचारियों के कंपनी में नौकरी का रास्ता भी खोला गया है।

उन्होंने घोषणा की थी कि दिसंबर तक मामला फाइनल होकर नए कर्मचारियों की बहाली शुरू होगी। लेकिन अब तक कोई पहल शुरू नहीं हुई। अब यूनियन नेतृत्व कोरोना का रोना रो रहे हैं। जबकि विपक्ष का दावा है कि बहाली प्रक्रिया को जानबूझ कर लटकाया गया था ताकि चुनाव के समय अपने लोगों को इसका लाभ दिलाकर सत्ता पक्ष अपनी पीठ भी थपथपा लें। लेकिन कोरोना के कारण कर्मचारियों को वेतन में नुकसान हुआ सो अलग, बहाली पर भी अभी स्थिति साफ नहीं हो पाई है।

निबंधित कर्मचारी पुत्रों पर स्थिति नहीं है स्पष्ट

टाटा स्टील के निबंधित कर्मचारी पुत्रों ने कंपनी में नौकरी पाने के लिए लंबा संघर्ष किया। उन्हें उम्मीद थी कि उनकी नौकरी का रास्ता साफ ग्रड रिवीजन समझौते से साफ होगा। लेकिन यूनियन अब तक स्पष्ट नहीं कर पाई है कि निबंधित कर्मचारी पुत्रों की कितनी उम्र सीमा कितनी तय होगी। कंपनी प्रबंधन 40 तो यूनियन नेतृत्व 44 वर्ष की मांग कर रही थी। जिस पर अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। ऐसे में बहाली प्रक्रिया को प्रबंधन से बातचीत के भंवर से निकलने में समय लग सकता है। 

बहाली पर मार्च तक फैसला लेकर अप्रैल में विज्ञापन जारी होने वाला था। लेकिन कोविड के कारण मामला फंस गया। बहाली जरूर होगी लेकिन कब होगी, यह अभी नहीं कहा जा सकता है। -आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष, टीडब्लयूयू

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