Tata Steel के कोल्ड रोलिंग मिल ने पूरा किया 21 वर्ष, जानिए इसका सफरनामा
Tata Steel cold rolling mill आधुनिकीकरण को अपनाने और नए शताब्दी वर्ष में प्रवेश करते हुए टाटा स्टील ने वर्ष 2000 में जमशेदपुर स्थित अपने प्लांट में आधुनिक कोल्ड रोलिंग मिल (सीआरएम) का व्यवसायिक परीक्षण किया। 24 अप्रैल को यह मिल स्थापना के 21 वर्ष पूरा कर रही है।
जमशेदपुर, जासं। आधुनिकीकरण को अपनाने और नए शताब्दी वर्ष में प्रवेश करते हुए टाटा स्टील ने वर्ष 2000 को जमशेदपुर स्थित अपने प्लांट में आधुनिक कोल्ड रोलिंग मिल (सीआरएम) का व्यवसासिक परीक्षण किया। 24 अप्रैल को यह मिल अपनी स्थापना के 21 वर्ष पूरा कर रही है। इस आधुनिक प्लांट के निर्माण में कंपनी ने 16 बिलियन डॉलर का निवेश किया था।
इस व्यवसायिक परीक्षण के दौरान टाटा समूह के तत्कालीन चेयरमैन रतन टाटा और टाटा स्टील के तत्कालीन प्रबंधन निदेशक डा. जमशेद जे ईरानी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस मौके पर अपने संबोधन में रतन टाटा ने कहा था कि कोल्ड रोलिंग मिल की स्थापना का विचार न केवल स्टील उद्योग की बढ़ती और विविध मांगों को पूरा करेगा बल्कि आधुनिक भारत का हिस्सा बनने के टाटा परिवार के नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने अपने संबोधन में भारत में जापानी राजदूत एच हीराबायशी ने इस आयोजन को भारत-जापानी सहयोग के बेहतरीन उदाहरणों में से एक माना।
रिकार्ड समय में हुआ था स्थापित
साढ़े छह माह के रिकार्ड समय में स्थापित 1.2 मिलियन टन क्षमता वाले इस कोल्ड रोलिंग मिल दुनिया के अग्रणी स्टील निर्माता कंपनी निपॉन स्टील कॉरपोरेशन और हिताची कॉरपोरेशन लिमिटेड के सहयोग से बनाया गया है। इसका उद्देश्य ऑटोमोटिव और मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों, घरेलू उपकरणाें, फर्नीचर और सामान्य इंजीनियरिंग उपकरणों के निर्माण के लिए कोल्ड रोल और कोटेड स्टील का उत्पादन में सहयोग करता है। अपने प्रारंभिक वर्ष में सीआरएम से 83 हजार टन स्टील का उत्पादन किया और इससे 560 कर्मचारियों को रोजगार मिला। आज यह टाटा स्टील का सबसे आधुनिक प्लांट के रूप में एक है।