Tata Steel ने इस दिवालिया कंपनी का कर दिया कायाकल्प, दो साल में ही अरबों का मुनाफा
ओडिश के अंगुल में भूषण स्टील संचालित थी जिसे बृज भूषण सिंघल और उनके छोटे बेटे नीरज सिंघल चलाते थे। लेकिन वर्ष 2017 में कंपनी दिवालिया हो गई और इनसॉल्वेंसी एंड बैंक करप्सी कोड (आईबीसी) के तहत नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनजेसीएस) चली गई।
जमशेदपुर, जासं। ओडिशा के अंगुल में भूषण स्टील संचालित थी जिसे बृज भूषण सिंघल और उनके छोटे बेटे नीरज सिंघल चलाते थे। लेकिन वर्ष 2017 में कंपनी दिवालिया हो गई और इनसॉल्वेंसी एंड बैंक करप्सी कोड (आईबीसी) के तहत नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनजेसीएस) चली गई क्योंकि कंपनी पर ऋण दाताओं और लेनदारों का 63 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज हो गया था। ऐसे में टाटा स्टील आइबीसी एक्ट के तहत कंपनी का अधिग्रहण किया।
कोविड 19 से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों के बावजूद दो वित्तीय वर्ष में टाटा स्टील ने भूषण स्टील जो अब टाटा स्टील बीएसएल के रूप में बदल चुकी है, उसका कायाकल्प कर दिया। टाटा स्टील बीएसएल (पूर्व में भूषण स्टील) ने 31 मार्च 2021 को समाप्त हुई चौथी तिमाही में अपने शुद्ध समेकित लाभ में कई गुणा की बढ़ोतरी दर्ज की है। अधिग्रहण के पहले वर्ष में कंपनी ने 5.93 करोड़ रुपये का शुद्ध समेकित लाभ अर्जित किया था जो 31 मार्च को समाप्त हुई चौथी तिमाही में बढ़कर 1913.73 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है। इसके अलावा वर्ष 2019 में कंपनी की कुल आय 5228.87 करोड़ रुपये से बढ़कर 7348.66 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।
अधिग्रहण के बाद टाटा स्टील ने किए ये सुधार
टाटा स्टील ने भूषण स्टील को वर्ष 2018 में 35,200 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था। अधिग्रहण के साथ ही टाटा स्टील ने भूषण स्टील में कई सारे सुधार किए। इनमें सबसे महत्वपूर्ण था कंपनी की उत्पादकता को बढ़ाना। इसके लिए टाटा स्टील ने अपने वरीय अधिकारियों को भूषण स्टील प्रतिनियुक्त कर कंपनी में मूलभूत बदलाव की जिम्मेदारी दी। इसके बाद कंपनी के वैल्यू चेन, संसाधनों के समुचित इस्तेमाल, गुणवत्ता को बढ़ाने, उत्पादन लागत को कम करने की और फोकस किया। इसके अलावा कंपनी की सेफ्टी, पर्यावरण संतुलन, सीएसआर, नैतिक मूल्य व ह्यूमन रिसोर्स पर काम करते हुए घाटे वाली कंपनी को मुनाफे में ले आई।
टाटा स्टील बीएसएल के शेयर में भी जबदस्त उछाल
टाटा स्टील बीएसएल ने अप्रैल 2021 में 16.50 रुपये का न्यूनतम स्तर को छुआ था लेकिन कंपनी के इस शेयर में एक वर्ष में जबदस्त उछाल तय किया है। वर्तमान में कंपनी के शेयर ने 108 रुपये के स्तर तक पहुंच चुका है। बुधवार को कंपनी के शेयर 102 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। वर्तमान में कंपनी का मार्केट कैपिटल भी बढ़कर 11 हजार करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच चुका है।