टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को किया संबोधित, कही ये बात
Tata Sons chairman N Chandrasekaran टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि पैसेंजर व वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 30 से 40 प्रतिशत की गिरावट और कमजोर बाजार के बावजूद टाटा मोटर्स ने तीसरी और चौथी तिमाही में बाजार पर अपनी पकड़ मजबूत बनाइ
जमशेदपुर, जासं। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने नए वित्तीय वर्ष पर टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 और वर्ष 2020 काफी चुनौतीपूर्ण रहा। वर्ष 2019 बीएस-4 से उत्सर्जन मानकों के कारण जब हम बीएस-6 में गए तो आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ा। जबकि वर्ष 2020 का वर्ष कोविड 19 के कारण प्रभावित रहा।
वैश्विक महामारी के कारण देश भर में हुए लॉकडाउन के कारण जब अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ठप रही तो इसका असर बाजार पर पड़ा। यात्री वाहन से लेकर कॉमर्शियल वाहन तक पर इसका सीधा असर देखा गया। विपरीत और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद हमने अपेक्षा के अनुरूप बेहतर प्रदर्शन किया। लेकिन कोविड 19 के कारण प्रभावित हुए बाजार के बावजूद हमने नए रिकार्ड बनाए और अच्छी सेल्स रिकार्ड बनाए। चेयरमैन ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में पैसेंजर व वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 30 से 40 प्रतिशत की गिरावट और कमजोर बाजार के बावजूद टाटा मोटर्स ने तीसरी और चौथी तिमाही में बाजार पर अपनी पकड़ मजबूत बनाइ और सभी सभी श्रेणी के वाहनों पर अच्छी बिक्री प्राप्त की। कॉर्मिशल व्हीकल श्रेणी में हमने नौ सालों में सबसे अधिक बिक्री दर्ज की। जबकि प्रतिस्पर्धी कंपनियां इस मामले में हमने काफी पीछे रही। उनकी बाजार में हिस्सेदारी घटकर पांच प्रतिशत तक रह गई।
आक्रामक होने की सलाह
चेयरमैन ने कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें बाजार में अपनी हिस्सेदारी वापस पाने के लिए आक्रमक होना चाहिए। हमारे सामने बहुत बड़ा अवसर है। अब यह कंपनी के सभी कर्मचारियों पर निर्भर करता है कि वे बाजार द्वारा पेश किए गए अवसर का किस तरह से अधिक से अधिक लाभ उठाते हैं। उन्होंने कहा कि हम इलेक्ट्रिक वाहनों और सुरक्षा के दृष्टिकोण से बाजार का नेतृत्व कर सकते हैं।
कार व्यवसाय पर हमेशा से विश्वास था : रतन
इस अवसर पर टाटा संस के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने कहा कि उन्हें हमेशा से कार व्यवसाय के विकास और क्षमता पर पूरा विश्वास था। जबकि हम पर इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने का दबाव था लेकिन हमने कम समय में ही मार्केट लीडर बनकर उभरे।