टाटा समूह की एक और कंपनी ला रही आइपीओ, शेयर बाजार में फिर से मचेगा धूम
टाटा समूह की कंपनियां शेयर बाजार में बेहतर प्रदर्शन करती रही है। अब एक बार फिर समूह की एक कंपनी धूम मचाने के लिए बाजार में उतर रही है। निवेशकों में इसे लेकर काफी उत्सुकता देखी जा रही है।
जमशेदपुर : नमक से लेकर सॉफ्टवेयर और स्टील से लेकर विमानन सेवा में शामिल टाटा समूह की एक और कंपनी अपनी सेवा विस्तार योजना के तहत अपना इनिसिएल पब्लिक ऑफरिंग यानि आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। बाजार सूत्रों की माने तो यह आईपीओ 2000 से 3000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है। तो आइए जानते हैं टाटा समूह की वह कौन सी कंपनी है जो आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है।
ये है वो कंपनी
बाजार में पैसा निवेश करने वाले निवेशक अच्छी तरह से जानते हैं कि टाटा समूह की कोई भी कंपनी दिवालिया नहीं होती। 100 साल पुराने समूह में 110 से ज्यादा कंपनियां है जो कई तरह के व्यवसाय में शामिल है। ऐसी ही एक कंपनी है सैटेलाइट टेलीविजन व्यवसाय से जुड़ी टाटा स्काई का। जो आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कंपनी अपने आईपीओ प्रोस्पेक्ट्स पर तेजी से काम कर रही है। उम्मीद है कि अगले माह तक कंपनी भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को इस संबंध में दस्तावेज पेश कर सकती है और कंपनी इस वित्तीय वर्ष के अंत तक अपना आईपीओ लांच कर दे।
2000 से 3000 करोड़ का होगा आईपीओ
आपको बता दें कि टाटा स्काई में डिजनी कंपनी की बहुत बड़ी हिस्सेदारी है। डिजनी कंपनी टाटा स्काई के अलावा और किसी अन्य सैटेलाइट व्यवसाय में निवेश नहीं किया है। डिजनी कंपनी अब टाटा स्काई से बाहर निकलना चाहती है इसलिए आईपीओ के माध्यम से टाटा स्काई, डिजनी कंपनी की हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी कर रही है। बाजार सूत्रों की माने तो कंपनी का यह आईपीओ 2000 से 3000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है।
33 प्रतिशत की है हिस्सेदारी
आपको बता दें कि टाटा स्काई की बाजार में 33 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। इसके अलावा डिश टीवी इंडिया की 25.45 प्रतिशत, भारती टेलीमीडिया के 25.17 प्रतिशत और सन डायरेक्ट टीवी के 16.35 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। वर्ष 2004 में शुरू टाटा संस और नेटवर्क डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन सर्विसेज के बीच 80 अनुपात 20 के समझौते के तहत इस संयुक्त उद्यम का परिचालन शुरू हुआ। यह रुपर्ट मडॉक की 21वीं सेंचुरी फॉक्स के स्वामित्व वाली यूनिट है। कंपनी में डिजनी ने 2019 में फॉक्स का अधिग्रहण किया था। डिजनी के पास टीएस इंवेस्टमेंट लिमिटेड के माध्यम से टाटा स्कार्ट में अतिरिक्त 9.8 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। ऐसे में फॉक्स के पास 49 प्रतिशत और टाटा संस के पास 41.9 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।