Tata Motors अपने डीलरों के साथ मिलकर करेगी ये खास काम, जानिए
Tata Motors Scrap yard टाटा मोटर्स अपने तरह की नई पहल करने जा रही है। कंपनी अपने डीलरों के साथ मिलकर पश्चिम बंगाल के हावड़ा हरियाणा के करनाल हैदराबाद और ग्रेटर मुंबई में पुराने वाहनों के लिए स्क्रैप यार्ड का निर्माण करने वाली है।
जमशेदपुर, जासं। पैसेंजर, भारी व मध्यम भारी वाहन निर्माता कंपनी, टाटा मोटर्स अपने तरह की नई पहल करने जा रही है। कंपनी अपने डीलरों के साथ मिलकर पश्चिम बंगाल के हावड़ा, हरियाणा के करनाल, हैदराबाद और ग्रेटर मुंबई में पुराने वाहनों के लिए स्क्रैप यार्ड का निर्माण करने वाली है। हालांकि, टाटा कंपनी पुराने वाहनों को नष्ट करने के लिए प्रत्यक्ष रूप से निवेश नहीं करेगी। लेकिन वह इसके लिए संबधित डीलरों को तकनीकी जानकारी और विशेषज्ञता जरूर प्रदान करेगी।
केंद्र सरकार 15 वर्ष पुराने भारी वाहनों को सड़क से हटाने का निर्देश दे चुकी है जो अत्यधिक ईंधन की खपत के साथ भारी मात्रा में कार्बन डाइ ऑक्साइड का भी उत्सर्जन करती है। केंद्र सरकार के परिवहन मंत्रालय के आंकड़ों के तहत भारत में 15 साल पुराने 1.7 मिलियन भारी वाहन और 5.1 मिलियन पुराने हलके भारी वाहन हैं। इसलिए केंद्र सरकार ने सभी हल्के व भारी वाहनों को हटाने का निर्देश दिया है। इसलिए टाटा मोटर्स भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए स्क्रैप यार्ड के लिए पहल कर रही है। इससे वाहन निर्माता कंपनियों को भी फायदा है।
ये मिलेगी छूट
जब सड़क से पुराने वाहन हटेंगे तो नए वाहनों की बिक्री बढ़ेगी। वहीं, जिन वाहन मालिकों के वाहन नष्ट किए जाएंगे। उन्हें स्क्रैप यार्ड प्रबंधन की ओर से एक प्रमाण पत्र मिलेगा। जिसकी मदद से उन्हें नए वाहन खरीदने में विशेष छूट का लाभ मिलेगा। साथ ही पुराने वाहनों के बदले नए वाहन खरीदने पर सरकार की ओर से रोड टैक्स में 15 से 25 प्रतिशत तक की छूट सहित पंजीकरण शुल्क को माफ करने का प्रस्ताव लेकर आई है।