Automobile Sector : टाटा मोटर्स को दूसरी तिमाही में 307.26 करोड़ का घाटा

Tata Motors. टाटा मोटर्स को चालू वित्त वर्ष 2020०-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 307.26 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की इसी अवधि में कंपनी को 187.7 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 08:28 AM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 04:31 PM (IST)
Automobile Sector : टाटा मोटर्स को दूसरी तिमाही में 307.26 करोड़ का घाटा
पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में इस तिमाही में काफी बेहतर प्रदर्शन हुआ है।

जमशेदपुर, जासं। Automobile Sector टाटा मोटर्स को चालू वित्त वर्ष 2020०-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 307.26 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की इसी अवधि में कंपनी को 187.7 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि वर्तमान दूसरी तिमाही में उसकी परिचालन आय घटकर 53,530 करोड़ रुपये रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 65,431.95 करोड़ रुपये था।

वहीं कंपनी के एमडी व सीईओ गुंटर बुचेक ने कहा कि ऑटो इंडस्ट्री ने इस वित्तीय वर्ष की दूसरे तिमाही में  प्रगति जारी रखी है। लॉकडाउन के बाद स्वास्थ्य, सुरक्षा के साथ और हमारे कर्मचारियों ने विवेकपूर्ण तरीके से  क्षमता को बढ़ाया और आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं पर पार पाया। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में इस तिमाही में काफी बेहतर प्रदर्शन हुआ है। इस वित्तीय वर्ष में  समग्र सुधार के साथ ही कॉमर्शियल व्हीकल में भी स्थिति बेहतर होगी। टाटा मोटर्स उत्पादन लागत  कम करने, नकदी प्रवाह पैदा करने और अधिक चुस्त ग्राहक सेवा देने की प्रतिबद्धता पर काम कर रहा है। इसके बेहतर नतीजे देखने को मिलेंगे।

उधर,टाटा कमिंस में कॉन रॉड के कर्मचारियों ने एटीपी भेजने का किया विरोध

टाटा कमिंस में कनेक्टिंग रॉड (कॉन रॉड) के कर्मचारियों ने एसेंबली टेस्ट लाइन (एटीपी) भेजने का विरोध किया है। शनिवार को बी शिफ्ट में काम करने गए कर्मचारियों को प्रबंधन ने लाइन बंद कर एटीपी जाने को कहा। इसका कर्मचारियों ने जोरदार विरोध किया। काम बाधित हुआ। कमेटी मेंबर ने मोर्चा संभाला और प्रबंधन से बात की। कर्मचारियों का कहना था कि पूरे लॉकडाउन के दौरान कॉन रॉड ने पूरी क्षमता के साथ उत्पादन किया। लेकिन आज इसमें थोड़ी गिरावट आयी है तो बंद करने की बात क्यों? कर्मचारियों के भारी विरोध के बाद मामला थम गया। मंगलवार को एक बार फिर मामला गरमाया। लेकिन विरोध के कारण मामला शांत हुआ है लेकिन तनाव व्याप्त है। यहां के कर्मचारी स्टीयरिंग कमेटी के गायब रहने पर उनकी भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। शनिवार को क्रंक डिपार्टमेंट में भी यही स्थिति थी लेकिन स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य के विरोध के बाद 

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