Tata Motors खास तकनीक से कर रही है एक वाहन का निर्माण, ताजे फल, सब्जियां व दवाओं की ढुलाई में आएगी काम
Tata Motors news vehicle टाटा मोटर्स और इंदौर की राजा रमन्ना सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (आरआरएसएटी) मिलकर एक नए तरह के वाहन का निर्माण कर रही है। पिछले दिनों दोनो संस्थानों ने इस वाहन के निर्माण के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किया।
जमशेदपुर, जासं। देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स और इंदौर की राजा रमन्ना सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (आरआरएसएटी) मिलकर एक नए तरह के वाहन का निर्माण कर रही है। पिछले दिनों दोनो संस्थानों ने इस वाहन के निर्माण के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किया। इस नए वाहन को शिवाय नाम दिया गया है जो ताजे फल, सब्जियां और दवाओं की आपूर्ति करने के काम में लाया जाएगा।
आपको बता दें कि राजा रमन्ना सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, परमाणु ऊर्जा विभाग के अनुसंधान इकाई है। जो शिवाय के रूप में एक ढुलाई के लिए उपयोग में लाए जाने वाले खाद्य प्रद्धार्थों को अपने रेफ्रिजेटर की मदद से फ्रेश रखेगी और बाहर के उच्च तापमान से भी बचाएगी। इस वाहन में नई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए लिक्विड नाइट्रोजन गैस की मदद से खाद्य पदार्थों को ठंडा रखा जाएगा। इसके लिए कंपनी तीन श्रेणियों में वाहन का निर्माण कर रही है जो छोटे कॉमर्शियल व्हीकल, मीडियम लाइट कॉमर्शियल व्हीकल और मीडियम हैवी कॉमर्शियल व्हीकल शामिल है। कंपनी द्वारा तैयार सभी वाहनों को राजा रमन्ना सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी में तैयार कर व्यापक रूप से तकनीक में फेर-बदल की जाएगी।
शिवाय ट्रक में प्रयुक्त ईधन पौधों से ही तैयार किया जाएगा
दोनों संस्थानों ने आधिकारिक जानकारी देते हुए हुए बताया कि केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत यह पहल की जा रही है। वर्तमान में खाद्य सामग्रियों की आवाजाही डीजल चलित और क्लोरोफ्लोरो कार्बन आधारित ट्रकों के माध्यम से होता है। जो काफी महंगे होते हैं और यह पर्यावरण के लिए अनुकूल भी नहीं है। जबकि शिवाय ट्रक में प्रयुक्त ईधन पौधों से ही तैयार किया जाएगा। आरआरसीएटी के निदेशक देवाशीष दास और टाटा मोटर्स वाणिज्यिक वाहनों के वाइस प्रेसिडेंट अनिरुद्ध कुलकर्णी ने नए वाहनों के निर्माण के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए।