Tata Motors Hospital OPD आज बंद, आकस्मिक सेवा में ये डॉक्टर रहेंगे तैनात

Tata Motors Hospital OPD. टाटा मोटर्स अस्प्ताल में रविवार को ओपीडी बंद रहता है लेकिन इमरजेंसी सेवा 24 घंटे बहाल रहती है। डॉक्टर चारों पाली में मौजूद रहते हैं। इमरजेंसी सेवा में पूरे एक दिन में चार मेडिकल ऑफिसर के अलावा नर्सें सेवा में तत्पर रहती है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 09:57 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 09:57 AM (IST)
Tata Motors Hospital OPD आज बंद, आकस्मिक सेवा में ये डॉक्टर रहेंगे तैनात
इमरजेंसी सेवा में चार डॉक्टर तैनात रहते हैं।

जमशेदपुर, जासं। Tata Motors Hospital OPD टाटा मोटर्स अस्प्ताल में रविवार को ओपीडी बंद रहता है लेकिन इमरजेंसी सेवा 24 घंटे बहाल रहती है। यहां पर डॉक्टर चारों पाली में मौजूद रहते हैं। इमरजेंसी सेवा में पूरे एक दिन में चार मेडिकल ऑफिसर के अलावा एक दर्जन से ज्यादा नर्सें मरीजों की सेवा में तत्पर रहती है।

यहां जनरल शिफ्ट के अलावा ए, बी व सी पाली में डॉक्टर मौजूद रहते हैं। चिकित्सक के साथ नर्सें सेवारत रहती है। 24 घंटे में अगर कोई इमरजेंसी मरीज पहुंचता है तो उसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टर रहते हैं। चिकित्सक के साथ नर्सें सेवारात रहती है। 24 घंटे में अगर कोई इमरजेंसी मरीज पहुंचता है तो उसके लिए विशेषज्ञ उॉक्टर को कॉल किया जाता है ताकि मरीज का सही व बेहतर इलाज हो सके।

आकस्मिक सेवा में ये चिकित्सक रहते हैं तैनात

इमरजेंसी सेवा में चार डॉक्टर तैनात रहते हैं। ये चारों चिकित्सक आपसी सहमति के आधार इमरजेंसी सेवा में अपनी-अपनी पाली में समय देते हैं। इनमें चिकित्सक डा. राजीव वर्मा, डा. प्रीतपाल सिंह, डा. अहमद व डा. असीम चौधरी का नाम शामिल है। इन चारों डॉक्टरों में अगर कोई अनुपस्थित रहता है तो जनरल या ए पाली का डॉक्टर ही इन दोनों पाली को संभालते है। फिर बी व सी पाली में दो डॉक्टर तैनात रहेंगे। ऐसे में चार की जगह तीन डॉक्टर से काम चलता है।

एेसे बंटती डयूटी

इमरजेंसी विभाग के प्रमुख ही चिकित्सकों की शिफ्टिंग पर मुहर लगाते हैं। हालांकि इन चारों चिकित्सकों को हरेक पाली में काम करना है। हेड नर्स अपने विभाग में नर्सों की ड्यूटी चार्ट तैयार रकती है। एक पाली में चार नर्सों को रहना है। सब कुछ देखते हुए हेड नर्स ही ड्यूटी बांटती है। किसी त्योहार व उत्सव के मौके पर ज्यादा संख्या में अनुपस्थत रहने वाले डॉक्टरों या नर्सों की व्यवस्था करनी पड़ती है।

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