Tata Motors : टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक वाहनों में करेगी 15000 करोड़ रुपये का निवेश

Tata Motors EV भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल की दुनिया में टाटा मोटर्स का अग्रणी योगदान है। कंपनी भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखते हुए 15000 करोड़ का निवेश करने जा रही है। अगले साल तक कंपनी 10 इलेक्ट्रिक व्हीकल बाजार में उतारने की योजना बना रही है....

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 06:45 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 09:19 AM (IST)
Tata Motors : टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक वाहनों में करेगी 15000 करोड़ रुपये का निवेश
Tata Motors EV : टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक वाहनों में करेगी 15000 करोड़ रुपये का निवेश

जमशेदपुर। टाटा मोटर्स अगले चार वर्षों में 10 नए इलेक्ट्रिक वाहनों को लांच करने के लिए 2 बिलियन डॉलर (15,000 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। टाटा मोटर्स की पैसेंजर व्हीकल डिवीजन पिछले कुछ सालों से घाटे में चल रही थी। इस निवेश से न सिर्फ स्थिति बदलेगी, बल्कि 2022-23 तक फ्री कैश फ्लो भी जेनरेट होगा।

टीपीजी करने जा रही है 1 बिलियन डॉलर का निवेश

यह कदम निजी इक्विटी फर्म टीपीजी राइज क्लाइमेट की घोषणा के कुछ दिनों के भीतर आया है, जिसमें टाटा मोटर्स के यात्री इलेक्ट्रिक वाहन डिवीजन में 9.1 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 1 बिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना है।

टाटा मोटर्स की यात्री वाहन व्यवसाय इकाई के अध्यक्ष शैलेश चंद्र ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा कि कंपनी के पास इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक मजबूत उत्पाद लांच करने की योजना है, जिसमें चार से पांच वर्षों में ग्रीन पावरट्रेन से 20% बिक्री आने की उम्मीद है।

इलेक्ट्रिक कार में नेक्सन व टिगोर मचा रहा धमाल

शैलेश चंद्रा ने बताया कि अभी केवल ग्रीन प्रोडक्ट (Nexon और Tigor EVs) के साथ हमें प्रति माह 3,000-3,500 इकाइयों की बुकिंग मिल रही है। हालांकि, हम केवल 1,000 इकाइयों की आपूर्ति करने में सक्षम हैं। अब हम सिर्फ इलेक्ट्रिक्स के लिए 2 बिलियन डॉलर का नया निवेश कर रहे हैं और इसका उपयोग 10 नए ग्रीन कार बाजार में उतारने, उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के अलावा ने चार्जिंग स्टेशन बढ़ाने में उपयोग करेंगे। सितंबर में, कंपनी ने कहा था कि इलेक्ट्रिक्स की संचयी बिक्री 10,000 यूनिट को पार कर गई थी, जिसमें मुख्य योगदान नेक्सन का था। टाटा मोटर्स ने हाल ही में एक उन्नत टिगोर इलेक्ट्रिक सेडान लांच किया है।

ग्रीन व्हीकल पर सरकार दे रही सब्सिडी

उम्मीद है कि ईवी की मांग मजबूत रहेगी क्योंकि केंद्र और राज्य सरकारें ग्रीन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी दे रही है। इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग नेटवर्क का जाल भी बिछाया जा रहा है। हालांकि शैलेश चंद्रा ने भविष्य प्रोडक्ट प्लान पर चुप्पी साध ली। समझा जाता है कि कंपनी अपने कुछ मौजूदा पेट्रोल/डीजल उत्पादों को इलेक्ट्रिक में तब्दील करने पर विचार कर रही है जिसमें अल्ट्रोस हैचबैक और नई लांच की गई पंच मिनी एसयूवी शामिल हो सकती है।

10 नए इलेक्ट्रिक कार ला रही टाटा मोटर्स

चंद्रा ने कहा कि 10 नए पैसेंजर कारों और एसयूवी का मिश्रण होंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या इनमें सभी नए 'केवल इलेक्ट्रिक' उत्पाद भी शामिल होंगे, उन्होंने कहा, "इसमें निश्चित रूप से 'बॉर्न इलेक्ट्रिक' उत्पाद शामिल होंगे, जो विशेष रूप से विकसित इलेक्ट्रिक वाहन होंगे।"

टाटा मोटर्स ने नेक्सन एसयूवी, टियागो और अल्ट्रोस एसयूवी, और प्रीमियम ऑफ-रोडर्स हैरियर और सफारी जैसे मॉडलों की अच्छी मांग के साथ अपने व्यापक यात्री वाहनों के कारोबार की बिक्री में भी वृद्धि देखी है।

सेमीकंडक्टर की कमी बन रही बाधा

सेमीकंडक्टर की कमी के कारण उत्पादन बाधाओं के बावजूद, कंपनी पिछले कुछ महीनों में लगभग 30,000 यूनिट्स की औसत मासिक बिक्री कर रही है। चंद्रा ने कहा कि पंच (एक बड़े पैमाने पर बिकने वाला उत्पाद) अपने घरेलू मांग में बढ़ोतरी होगी।

यह उम्मीद की जाती है कि पंच के साथ, टाटा मोटर्स की मासिक बिक्री 40,000 यूनिट्स को पार कर सकती है, जो भारत में दूसरी सबसे बड़ी कार विक्रेता के रूप में हुंडई की स्थिति को लगभग चुनौती दे रही है। शैलेश चंद्रा ने कहा हम रैंक का पीछा नहीं कर रहे हैं। हम पूरी तरह से अपने उत्पादों और उनकी सफलता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी के पोर्टफोलियो में एसयूवी का बड़ा हिस्सा, जो आने वाले वर्षों में 60% तक जा सकता है।

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