Oxygen का संकट दूर करने को टाटा समूह चार्टर्ड प्लेन से आयात करेगा 24 क्रायोजेनिक कंटेनर

औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप ने एक बार भी संकट की घड़ी में मदद का हाथ बढ़ाया है। टाटा समूह लिक्विड आक्सीजन ले जाने के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनरों का आयात करने जा रहा है। इससे देश में आक्सीजन की कमी दूर करने में मदद मिलेगी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 10:24 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 10:24 PM (IST)
Oxygen का संकट दूर करने को टाटा समूह चार्टर्ड प्लेन से आयात करेगा 24 क्रायोजेनिक कंटेनर
क्रायोजेनिक कंटेनर को लिक्विड सिलिंडर के नाम से भी जाना जाता है।

जमशेदपुर, जासं। कोरोना संक्रमण के मामले देश में नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। हर तरफ मौत और बेबसी नजर आ रही है। मरीज आक्सीजन के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। इसी बीच एक अच्छी खबर आ रही है। देश का सबसे पुराना औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप ने एक बार भी संकट की घड़ी में मदद का हाथ बढ़ाया है। टाटा समूह लिक्विड आक्सीजन ले जाने के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनरों का आयात करने जा रहा है। इससे देश में आक्सीजन की कमी दूर करने में मदद मिलेगी।

टाटा समूह ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर यह जानकारी देते हुए कहा है कि टाटा समूह तरल आक्सीजन के परिवहन के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनरों का आयात करने जा रहा है, ताकि देश में आक्सीजन की कमी का संकट को दूर किया जा सके। आक्सीजन संकट को दूर करने के लिए चार्टर्ड उड़ानों के जरिए क्रायोजेनिक कंटेरनों का आयात किया जाएगा। क्रायोजेनिक कंटेनर को लिक्विड सिलिंडर के नाम से भी जाना जाता है। यह दोहरी दीवार वाली वैक्यूम टैंकर होता है, जिसपर एनुलर स्पेस में मल्टीलेयर इंसुलेशन किया होता है। इसे लिक्विड गैस के ट्रांसपोर्टेशन व स्टोरेज के लिए खास तौर पर डिजायन किया गया है। फिलहाल टाटा ग्रुप रोजाना 300 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, बिहार व बंगाल स्थित अस्पतालों को भेज रही है। जमशेदपुर में कंपनी टीएमएच, एमजीएम मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, टिनप्लेट हॉस्पीटल, टाटा मोटर्स व ब्रह्मानंद अस्पताल में आक्सीजन की सप्लाई कर रही है।

समूह ने 1500 करोड़ रुपये की मदद भी की थी

पहले भी टाटा समूह ने कोरोना के खिलाफ लडा़ई में देश के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चला है। वर्ष 2020 में कोरोना की पहली लहर के दौरान टाटा समहू ने वेंटिलेटर, किट, दस्ताने, मास्क, पीपीई किट, परीक्षण किट का इंतजान किया था। साथ ही समूह ने 1500 करोड़ रुपये की मदद भी की थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने टाटा समूह की पहल की प्रशंसा की

टाटा समूह की क्रायोजेनिक कंटेनर आयात करने की पहल को प्रधानमंत्री मोदी ने प्रशंसा की है। देश की सबसे पुरानी औद्योगिक समहू की प्रशंसा करते हुए नरेंद्र मोदी ने टाटा ग्रुप के ट्वीटर हैंडल को टैग करते हुए लिखा है, हम भारत के लोग एक साथ मिलकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे।

आक्सीजन कंटेनर की कमी राह में रोड़ा : नरेंद्रन

एक निजी चैनल से बातचीत में टाटा स्टील के सीईओ टीवी नरेंद्रन ने कहा कि लिक्विड आक्सीजन का सबसे बड़ा स्त्रोत स्टील प्लांट ही होता है। इसके अलावा तेल व गैस उद्योग के पास भी आक्सीजन प्लांट होते हैं। वे भी सप्लाई कर सकते हैं। फिलहाल कई कंपनियां अपनी खपत में कटौती कर अस्पतालों को आक्सीजन पहुंचा रही है। आक्सीजन की आपूर्ति के बारे में उन्होंने बताया कि रेलवे ने आक्सीजन एक्सप्रेस की शुरुआत की है। अगर आप सड़क मार्ग से पूर्वी भारत से पश्चिमी भारत में आक्सीजन टैंकर पहुंचाते हैं तो इसमें काफी समय लगता है। 

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